हाथरस। उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार चल रही है और सरकार के क्रियाकलाप से जनता पूरी तरह वाकिफ है तथा सपा शासन में दंगे फसाद होते थे। जबकि बसपा सरकार में कानून का राज चलता था। जिन लोगों को राजनीति करनी होती है वह दंगे कराते हैं। भाजपा सरकार झूंठे वादों को करके सत्ता में आई है वह वायदे सरकार ने पूरे नहीं किए हैं और धोखा देने का काम किया है। सपा, भाजपा मिलकर काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने मजबूरन चुनावों के चलते कृषि कानूनों को निरस्त किया है। लेकिन चुनाव बाद फिर से कृषि कानून थौंपे जाएंगे। बसपा द्वारा हाथरस विधानसभा सीट से विजयगढ़ के चेयरमैन संजीव कुमार काका को प्रत्याशी घोषित किया गया है तथा इस मौके पर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव का बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा फूल मालाओं से लादकर जोरदार स्वागत किया गया एवं जनसभा में उमड़ी भारी भीड़ को देखकर बसपाई बेहद गदगद नजर आए। बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा द्वारा बहुजन समाज पार्टी के तत्वावधान में सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की नीतियों पर आधारित सरकार बनाने हेतु सुरक्षित विधानसभा सीटों के आयोजित विशाल मंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन एवं जनसभा में आगरा बाईपास मार्ग स्थित आर.एस. गार्डन में संबोधित करते हुए कहीं गई। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने जनसभा एवं कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार चल रही है और इससे पहले सपा की सरकार थी। उन्होंने कहा कि इनके क्रियाकलाप व इनकी कथनी करनी को आप सब जानते हैं। उन्होंने कहा कि सपा शासन में सरकार बनते ही पूरे प्रदेश का माहौल बदल गया था और उत्तर प्रदेश में जो कानून का राज चलता था, उसे सपा सरकार ने पहले ही दिन आते ही खत्म कर दिया था।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किस तरह पूरे प्रदेश में गुंडाराज, माफिया राज, दहशत गर्दी, बलात्कार, डकैती, फिरौती, रोजगार छीनना पूरे 5 साल तक होता रहा। उन्होंने कहा कि सपा शासन में पूरे प्रदेश में एक नहीं सैकड़ों दंगे हुए। श्री मिश्रा ने कहा कि दंगे अपने आप नहीं होते। जिन लोगों को राजनीति करनी होती है वह दंगें कराते हैं और जिनको दंगों से राजनीति नहीं करनी है वह दंगें नहीं कराते हैं। उन्होंने कहा कि बसपा सुप्रीमो बहन मायावती के शासन में पूरे 5 साल तक एक भी दंगा फसाद नहीं हुआ और पूरे प्रदेश में अमन चैन शांति व भाईचारा बन कर रहा तथा 5 साल तक कोई भी लड़ाई झगड़ा भी नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा, भाजपा मिलकर काम कर रहे हैं तथा 2003 में बसपा के 37 विधायकों को तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष ने तोड़कर सपा की सरकार बनाई थी और भाजपा ने उसका समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि जिसके विरोध में हम लोग सर्वोच्च न्यायालय में गए और हम जीते और सर्वोच्च न्यायालय ने माना कि सरकार बनाने में गलत निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि भाजपा झूंठे वादाखिलाफी कर जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हाथरस के बूलगढ़ी कांड पूरे देश में छाया रहा और दलित बिटिया से दुष्कर्म कर हत्या कर दी गई तथा उसके मृत शरीर को उनके परिवार तक को नहीं दिया गया तथा सरकार के नुमाइंदे जिला मजिस्ट्रेट के सामने केरोसिन डालकर जला दिया गया। क्योंकि वह सरकार के खास व्यक्ति थे। उनको बचाने का काम किया गया।उन्होंने कहा कि रेनू शर्मा को झूंठे आरोप में जेल में बंद करा दिया गया तथा उसकी मृत्यु जेल में ही हो गई। खुशी दुबे को जेल में बंद कर दिया गया और भाजपा सरकार उसकी जमानत भी नहीं होने दे रही है। उन्होंने कहा कि जाने कितने ब्राह्मणों की सरकार में हत्या करा दी गई। भाजपा सरकार महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर झूठे वादे करती है। महिलाओं की कहां सुरक्षा हो रही है। पूरे प्रदेश में हर 2 घंटे में बलात्कार होता है। किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वायदा भाजपा ने किया था। लेकिन सरकार आमदनी दुगना नहीं कर पाई। लेकिन उनकी जमीन को जरूर बेच दिया। काले कानूनों से किसानों का उत्पीड़न हुआ तथा आंदोलन में 700 किसानों की मौत हो गई। सरकार के प्रतिनिधियों ने मोदी सरकार को जब आंकड़े बताएं तब सरकार ने कृषि कानूनों को निरस्त किया। चुनावों के बाद फिर से कानून थोंपे जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को घर लौटते समय रोंदा गया और उन्हें कुचलने का काम किया गया।उन्होंने कहा कि नोटबंदी के नाम पर विदेशों में जमा काला धन वापस लाकर प्रत्येक के खाते में 15 लाख रुपए देने का वादा किया था। लेकिन किसी को 15 रूपये भी नहीं मिले। उन्होंने कहा कि दो करोड़ नौकरियां देने का वादा भाजपा सरकार ने किया था लेकिन नौकरियां खत्म कर दी गई और अडानी अंबानी जैसों को बेच दिया गया। बसपा सरकार में नौकरी दिलाने का काम बसपा सुप्रीमो बहन कुमारी मायावती द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि पढ़े-लिखे बेरोजगारों से मोदी सरकार ने पकौड़े बेचने की कह दी तथा शिक्षकों को धोखा देने का काम किया। वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय नहीं बल्कि लखनऊ में लाठियां मिलीं। उन्होंने यूपीटीईटी परीक्षा के पर्चा लीक को लेकर कहा कि पर्चा लीक नहीं हुआ था यह लोग खुद कराते हैं। जिससे इनकी जेबें भर सकें। उन्होंने भाजपा सरकार पर तीखे आरोप प्रत्यारोप करते हुए कहा कि झूठे वादे करके वोट मांगने का काम भाजपा ने किया। भाजपा गरीबों दलितों के घरों पर जाकर खाना खाने की झूठी नौटंकी करती है। जबकि नए बर्तन व भोजन उनके घरों में पहले से ही भिजवाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि बहन मायावती झोपड़ियों में जाती नहीं हैं। बल्कि झोपड़ियों में रहने वालों को झोपड़ी में से निकाल कर पक्का मकान देने एवं रोजगार देने का काम करती हैं। भाजपा धर्म की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को आज मथुरा वृंदावन याद आ रहा है। जबकि बसपा शासन में मथुरा वृंदावन में 550 करोड़ के तमाम काम कराए गए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा राम का नाम लेती है, सीता मैया का नहीं। उन्होंने सम्मेलन व जनसभा से आह्वान करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में अमन चैन कायम रखने के लिए अलीगढ़ मंडल की 17 विधानसभा सीटों पर बसपा के प्रत्याशियों को जिता कर बसपा सुप्रीमो बहन मायावती को पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनाना है और बसपा सुप्रीमो के मुख्यमंत्री बनने पर उत्तर प्रदेश में फिर से कानून का राज होगा और चाहे कितना बड़ा नेता या अधिकारी हो, गलत काम करेगा तो उस पर तुरन्त कार्यवाही होगी।इस मौके पर पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने भी जनसभा को संबोधित किया और उन्होंने भी भाजपा एवं सपा को आड़े हाथों लेते हुए तीखे प्रहार किये और जमकर कोसा। इस मौके पर राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पद प्रत्याशी रहे एस. जलालुद्दीन ने राष्ट्रीय लोकदल छोड़कर बसपा की सदस्यता ग्रहण की गई।
विशाल जनसभा एवं सम्मेलन के मौके पर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सांसद सतीश मिश्रा का फूल मालाओं से लादकर जहां जोरदार स्वागत किया गया वहीं सादाबाद विधानसभा के प्रत्याशी डॉ. अविन शर्मा द्वारा चांदी का मुकुट पहनाकर एवं गदा भेंट कर उन्हें सम्मानित भी किया गया। जनसभा में बसपा राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी धर्मवीर सिंह, सूरज सिंह, पं. नरेन्द्र शर्मा, तिलकराज, हाथरस विधानसभा सीट से प्रत्याशी संजीव कुमार काका, बसपा जिलाध्यक्ष महेश बाबू कुशवाहा, केसी निराला, हुकुम सिंह नेताजी, दामोदर सिंह, दिनेश देशमुख, भगवान सिंह कुशवाहा, जेपी सागर, विजय सिंह शिखरा, दिनेश भारती, मौनू गौतम, राज कपूर, राजकुमार राजू, सौबी कुरैशी आदि के अलावा बरौली विधानसभा से प्रत्याशी नरेंद्र शर्मा, अमापुर विधानसभा से प्रत्याशी सुभाष शाक्य, छर्रा के प्रत्याशी तिलक राज राघव, श्रीमती रजिया खान, पूर्व विधायक प्रमोद गौड, लक्ष्मण सिंह, शिव कांत शर्मा, ओमप्रकाश, देवी सिंह आदि के अलावा हजारों कार्यकर्ताओं की भीड़ मौजूद थी।