खराब ट्रांसफार्मर की समस्या बरकरार और विद्युत विभाग ने समस्या समाधान का मोबाइल पर भेजा मैसेज
जनपद के कंट्रोल रूम से विशाल ने कहा आपकी समस्या ग्रामीण क्षेत्र की नहीं तहसील क्षेत्र की हैं
ऊंचाहार/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। विद्युत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण बीते एक साल से अंधेरे में रात गुजार रहे सैकड़ों परिवारों की समस्या को उजागर करने पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अधिकारी अब अपने सीमा क्षेत्र के विवाद में उलझ गए हैं। आज फिर सैकड़ों परिवार अंधेरे में ही गुजारेंगे रात।
बताते चलें कि जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते उपभोक्ताओं की शिकायत के बावजूद भी आज तक ट्रांसफार्मर नहीं बदला गया है। जिसके चलते ग्रामीणों में खासा आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीण भोला प्रसाद, समसाद अहमद, मो. हाफिज, घनश्याम, मथुरा, सोहनलाल, अरुण पाल, बब्लू पाल, पप्पू मिश्रा, आदि ने बताया कि करीब पचास घरों की विद्युत आपूर्ति के लिए खोजनपुर गांव के एक ईंट भट्ठे के पास 25 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाया गया है। जो करीब एक वर्ष पूर्व खराब हो गया। उपभोक्ताओं ने इसकी लिखित शिकायत उपखंड अधिकारी से लेकर अधिशासी अभियंता व 1912 के टोलफ्री नंबर पर दी है। जिसके बाद अधिकारियों द्वारा जल्द ट्रांसफार्मर बदलने का भरोसा दिलाया गया। एक साल का लंबा समय गुजर जाने के बाद भी ट्रांसफार्मर बदला नहीं गया। नतीजा उपभोक्ताओं ने बांस बल्लियों के सहारे दूसरे ट्रांसफार्मर से बिजली का कनेक्शन लेकर बिजली जला रहे हैं। जो किसी भी समय घातक साबित हो सकता है। इस बाबत विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता दिलीप कुमार ने बताया कि ट्रांसफार्मर जलने की जानकारी नहीं है। जांच कराकर अतिशीघ्र ट्रांसफार्मर को बदलवाया जाएगा।
चंद कदम की दूरी के लिए ग्रामीणों को सीमा क्षेत्र के विवाद में उलझा रहे कंट्रोल रूम कर्मचारी
बताते चलें कि इसी विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की विभागीय लापरवाही और आपसी तनाव के कारण बीते 1 साल से तहसील क्षेत्र के ग्रामीण ग्रामीण बिजली की समस्या को आज तक भुगत रहे हैं और आज जब एक बार फिर मीडिया ने मामले को उजागर किया और ट्विटर के माध्यम से विद्युत विभाग को अवगत कराया तो अधिकारियों ने पहले तो समस्या दर्ज कर ली और पत्रकार के मोबाइल पर समस्या दर्ज करने का संदेश भी भेज दिया लेकिन उपरोक्त समस्या दर्ज करने के लगभग 5 घंटे बाद विद्युत विभाग रायबरेली के कंट्रोल रूम से विशाल ने फोन करके कहा कि हमने ऊंचाहार ग्रामीण पावर हाउस मुस्तफाबाद को मामले से अवगत कराया था लेकिन उन्होंने कहा कि यह हमारे क्षेत्र का मामला नहीं है इसलिए यह कंप्लेन आपकी रद्द की जाती है और आपको समस्या के समाधान हेतु दूसरी कंप्लेंट दर्ज करानी पड़ेगी जबकि बता दें कि उपरोक्त मामला विद्युत विभाग के दोनों उपकेंद्र के चंद कदम दूरी का है केवल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करके लापरवाह अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की समस्या को उलझाने का प्रयास है।
कंट्रोल रूम की मनमानी भेज दिया समस्या समाधान का मेसेज
उपरोक्त मामला जल विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते लंबित है और लग रहा है आज भी इसका सुधार होना अधिकारियों द्वारा संभव नहीं है और कंट्रोल रूम कर्मचारियों ने समस्या समाधान का मैसेज भेजकर अपना पल्ला झाड़ लिया है।
बताते चलें कि खराब पड़े ट्रांसफार्मर के मामले को जिस सीमा विवाद में विभाग उलझा रहा है। बताते चलें कि यह समस्या उपकेंद्र से केवल और केवल चंद कदम की दूरी तहसील क्षेत्र ऊंचाहार के भैसासुर सवैया रोड से होकर खोजनपुर के. के. ब्रिक फील्ड (ईट भट्टे) के पास स्थित ट्रांसफार्मर का है जो पिछले 1 वर्षों से जला पड़ा है दर्जनों घर अंधेरे में है। गौरतलब यह है कि विद्युत उपकेंद्र में काम करने वाले अधिकारी और संविदा कर्मचारी सभी का आना जाना, दिन में कम से कम एक बार उसी मार्ग से होता है।