प्रदेश के जनपदों में दुग्ध संग्रह उत्पादन की असीम संभावना, 6 लाख लीटर से अधिक दुग्ध उत्पादन करें कार्मिकः मंत्री
छोटे किसानों का दुग्ध खरीदकर उनको उचित मूल्य दिलाकर उनका करें उद्धार, उत्पाद की गुणवत्ता मानक व गुडबिल पर कार्मिक अधिक ध्यान दें: शंकर भाई चौधरी
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। गुजरात सरकार के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण चिकित्सा शिक्षा, प्रदूषण अरबन डेवलवमेंट शंकर भाई चौधरी ने जैनपुर एक्सटेंशन औद्योगिक क्षेत्र के माती किशुनपुर ग्राम स्थित कानपुर देहात डेरी प्लान्ट बनासकांठा जिला सहकारी दूध संघ लिमिटेट पालनपुर डी0सी0पी0एम0यू0लि0 (अमूल) दुग्ध फैक्ट्री प्लान्ट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंत्री जी ने मिल्क प्रोसेसिंग एरिया, पैकिंग एरिया, दही पैकिंग एरिया, घी सेक्सन, कोल्ड रूम, चिल्ल रूम, कम्प्यूटर रूम आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिये कि केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार दोनो इस बात पर जोर दे रहे है कि दुग्ध उत्पादन में पूरी तरह से गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कोई कमी न आने पाये। उन्होंने कहा कि अमूल किसानों से जुडा एक संगठन समिति है जो किसान के विकास के लिए निरंतर कार्य कर रहा है अतः अमूल से जुडे लोग किसान की बेहतरी के लिए कार्य करें और पब्लिक में अपनी अधिक से अधिक गुडबिल बनाकर किसानों को जोडे, उनके पशुओं का सीधे दूध लेकर उन्हें उसके उत्पाद का अधिक से अधिक मूल्य दिलाये। राज्यमन्त्री स्वतंत्र प्रभार शंकर भाई चौधरी ने कहा कि जनपद कानपुर देहात व कानपुर नगर सहित उत्तर प्रदेश में पशु धन, विकास, दुग्ध उत्पाद व किसानों के विकास की असीम संभावना है। अतः आसपास के जनपदों हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, इलाहाबाद, उन्नाव, बुलंदशहर, मेरठ, झांसी आदि दूर दराज के किसानों से सम्पर्क करे। दुग्ध समिति का गठन कर किसानों से सीधे दूध ले किसी भी बिचैलियों से दूर रहे तथा उनके द्वारा उत्पादित दूध का संग्रह कर उन्हें उचित मूल्य दियाया जाये ताकि कृषक की आय बढे व आत्मनिर्भर बन उसका विकास हो। अमूल दुग्ध उत्पाद (बनस डेयरी ग्रुप) ने जनपद में दर्जनों समूह जोडे़ हैं इसके अलावा बड़ी संख्या में मार्केटिंग, उत्पादन में स्थानीय कर्मचारियों को वरीयता भी दी गयी है। उन्होंने कहा कि गुजरात राज्य में कोआॅपरेटिव सोसाइटीज के द्वारा उत्पादन को लगातार बढ़ाया गया है। इसी तर्ज पर जनपद में भी कार्य किया जाएगा। प्लांट में नई तकनीक की मशीनें लगाई गयी हैं जिनसे गुणवत्ता व उत्पादकता मंे वृद्धि लाई जा सके। राज्यमन्त्री शंकर भाई चैधरी ने कहा कि प्लान्ट में दुग्ध पैकिंग के दही, छाछ, घी की भी पैकिंग आदि की गयी है जो सुन्दर व आकर्षक है। चाॅकलेट पैकिंग का कार्य भी किया जाये। उत्तर प्रदेश व केन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है, प्लान्ट का शेष निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है। अमूल के अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक करते हुए स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री शंकर भाई चौधरी उन्होंने कहा कि कम्पनी की पाॅलिशी है कि किसान व कम्पनी के मध्य पारदर्शिता व गुणवत्ता मानक व गुडबिल बनी रहे। उन्होंने किसानों के उत्पादन का उचित मूल्य देने की नीति पर जोर देते हुए कहा अमूल ग्रुप द्वारा किसानों के उत्पादन का उचित मूल्य दिया जाता है यही कारण है कि देश की अग्रणी कम्पनियों में शामिल है। उन्होंने कहा कि गुजरात की तरह ही कम्पनी द्वारा जनपद में भी किसानों के साथ पूरा सामन्जस्य बनाकर कार्य करे। उन्होंने कहा कि बादा व कालपी जालौन में गाय अधिक है वहां भी सम्पर्क करने के साथ जहां दूध की अधिक उपलब्धता मालूम पडे वहा अवश्य जाये तथा दूध संग्रह करें। मंत्री को ज्ञात हुआ कि ढाई लाख लीटर वर्तमान में दूग्ध संग्रह कर उत्पादन किया जा रहा है इसे शीघ्र बढ़ाकर साढ़े छ लाख से अधिक कर दूध संग्रह/उत्पादन किया जाये। इसके अलावा जनपद के सरकारी पशु चिकित्सकों से सम्पर्क रखे किसानों के पशुओं की होने वाली बीमारियों पर नजर रखकर उसका तत्काल निराकरण कराये। इस मौके पर विपिन पटेल एमडी, आरएस सोडी एमडी, नरेन्द्र सिन्हा जोनल मैनेजर, धीरज चैधरी मैनेजर, कमराज भाई पटेल एजीएम, संजय कर्मचंदानी सीओओ, डा. ओएसडी डा. एसबी सिंग, डिप्टी मैनेजर व प्लान्ट इंचार्ज अमरीश द्विवेदी, शीत केन्द्र इंचार्ज जयंती पटेल, ओएसडी एसबी सिंह सहित कम्पनी के विभिन्न अधिकारी व कर्मचारी सहित सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार उपस्थित रहे। प्लाट इंचार्ज अमरीश द्विवेदी ने मंत्री को अमूल प्लान्ट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां, उपलब्धियों को विस्तार से बताया।