हाथरस। व्यक्ति के मानव अधिकारों के संरक्षण और संवर्धन का कार्य कर रही एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स संस्था अज्ञात शवों के धार्मिक रीति-रिवाज से दाह संस्कार के लिए भी कार्य कर रही है।सादाबाद कोतवाली के अंतर्गत चौकी मई इलाके में गढ़ उमराव बंबा में दो शव सड़े गले क्षत-विक्षत अवस्था में 27 मई को मिले। जिनके शरीर इतने गल चुके थे। उनकी पहचान करना भी मुश्किल हो रहा है। पुलिस द्वारा शव को शिनाख्त के लिए 72 घंटे रखा गया। शव की शिनाख्त न होने के कारण शव को थाना पुलिस द्वारा लावारिस घोषित कर पोस्टमार्टम कराया गया। उसके बाद सादाबाद पुलिस द्वारा समाजसेवी सुनीत आर्य व प्रवीन वार्ष्णेय से शव के अंतिम संस्कार के लिए अनुरोध किया गया। समाजसेवियों द्वारा शव का धार्मिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार पत्थर वाली स्थित श्मशान भूमि पर किया गया।अंतिम संस्कार में सुनील अग्रवाल अध्यक्ष निस्वार्थ सेवा संस्थान, प्रवीन वार्ष्णेय राष्ट्रीय महासचिव एडीएचआर, समाजसेवी सुनीत आर्य, नितिन अग्रवाल, टिंकू राना, नीरज गोयल, अमित गुलाटी, रविन्द्र कुमार, आयोग दीपक, सुरजीत कुमार काली, बंटी भाई कपड़े वाले एवं कांस्टेबल अनुज कुमार व अमित कुमार मौजूद थे।