सैफई थाने के सामने चल रहा है अवैध टेम्पो स्टैंड, दर्जनों दुर्घटना हो चुकी है बीते वर्ष
समाचार पत्रों में खबर छपने के बाद एसएसपी ने एसओ सैफई को दिया था कार्यवाही का आदेश, लेकिन कोई कार्यवाही नही
सैफई,इटावा । सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश का असर पूरे प्रदेश में जोर शोर से दिखाई दे रहा है। लेकिन सैफई थाने के एसओ मुख्यमंत्री के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे है। और अवैध टेम्पो मैजिक का पुलिस के संरक्षण में अवैध संचालन हो रहा है। एसएसपी इटावा ने एसओ सैफई को तत्काल थाने के सामने खड़े हुए टेम्पो को हटवाने का आदेश दिया था लेकिन उसके वावजूद भी टेम्पो नही हटाए गए।जिले के हर थाना क्षेत्र में मुख्यमंत्री का आदेश का पालन कराने की कमान खुद एसएसपी इटावा जय प्रकाश सिंह ने संभाल रखी है। पुलिस अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन कराने में दिन रात एक किए हुए हैं। इटावा में दर्जनों की संख्या में अवैध टैक्सी स्टैंड अवैध बस स्टैंड पर कब्जे खाली कराए जा रहे हैं लेकिन सैफई में मुख्यमंत्री के आदेश को सैफई थाने का प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद तारिक ठेंगा दिखा रहा है। सैफई में लगभग 200 टेंपो का संचालन होता है टेंपो संचालकों की वजह से मेडिकल यूनिवर्सिटी के चौराहे पर जाम की स्थिति रहती है कई एंबुलेंस टेंपो चालकों के जाम में फंसी रहती हैं। इटावा से सैफई की दूरी 20 किलोमीटर है और इस रोड पर लगभग 200 टेंपो का संचालन होता है। टेंपो में सवारिया भूसे की तरह भरी जाती हैं गोल चक्कर पर चारों तरफ से वाहनों का आना जाना लगा रहता है। जिसमे इटावा जसवन्तनगर मैनपुरी और सैफई मेडीकल यूनिवर्सिटी की तरह 24 घण्टे लगातार वाहनों का आवागमन रहता है। और लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे की तरफ जाने बाले वाहन भी इसी रास्ते से आते जाते हैं सैफई चौराहे पर बने गोल चक्कर की चौड़ाई कम होने के कारण टेम्पो संचालक अपने टेम्पो मुख्य सड़क के बीचोंबीच खड़ा करते है जिससे किसी दिन बड़ी दुर्घटना की आशंका है। मुख्य रास्ते पर टेंपो की 3 लाइन में टेम्पो खड़े रहने के कारण दुर्घटना का भारी अंदेशा रहता है।
अगर पिछले साल की बात करें तो 1 दर्जन से अधिक टेंपो से दुर्घटना हुई है लेकिन सैफई थाना पुलिस के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है चौराहे पर अक्सर दिनभर 5 से 10 टेंपो खड़े रहते हैं जिससे आवागमन में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है यह सब काम सैफई थाने के गेट के ठीक सामने होता है लेकिन सैफई थाने की पुलिस को इस से कोई लेना देना नहीं है।
इस मामले में जब सैफई थाने के प्रभारी निरीक्षक मु० तारिक से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि मेरे चार्ज ग्रहण करने के बाद डग्गामार वाहनो का संचालन पूरी तरह से बंद है तो कार्यवाही किस पर करें।