लखनऊ/रायबरेली। खाने-पीने के शौकीन लोगों को महंगे रेस्टोरेंट में कुछ भी खाते समय इस बात को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए कि वहां भी उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा सकता है। यह बात हम इसलिए भी कह रहे हैं क्योंकि बीते दिन की शाम को कुछ ऐसा ही खिलवाड़ लखनऊ शहर में खुले नैवेद्यम रेस्टोरेंट पहुंचे ग्राहक के साथ किया गया। हालांकि यह कोई जानबूझकर नहीं करता है, लेकिन फिर भी ग्राहक ऐसे रेस्टोरेंट में केवल वहां की साफ सफाई और वस्तुओं में शुद्धता को देखकर ही जाना पसंद करते हैं। ताजा मामला लखनऊ से रायबरेली रोड पर(निकट एसजीपीजीआई) स्थित नैवेद्यम रेस्टोरेंट का है वहां की चकाचौंध और आकर्षक सजावटों को देखकर ग्राहक को लगा कि उन्हें यहां पर जो कुछ भी खाने के लिए मिलेगा उसकी शुद्धता ,गुणवत्ता और साफ सफाई अन्य जगह से बेहतर होगी और तो और यहां के खाने में उनके सेहत के साथ कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा, परंतु ऐसा नहीं हुआ । बता दें कि एक व्यक्ति ने बताया है कि जब उसने नैवेद्यम रेस्टोरेंट में आलू की टिक्की खाने के लिए मंगाया तो उनकी टिक्की में एक छोटा सा कीड़ा निकला जिससे कि उनका मन यहां के खाने से खिन्न हो गया। उस व्यक्ति ने बताया कि वहां के मैनेजर से इस बात की शिकायत की गई, तो उन्होंने झट से उसे बदलकर दूसरी प्लेट मंगा दी। खाने पीने के मामले में इस तरह के केस बहुत कम ही देखने को मिलते हैं लेकिन इस तरह की लापरवाही से ग्राहकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। महंगा और अच्छा खाने के चक्कर में स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ना करें। गौरतलब यह है कि खाद्य विभाग इन बड़े रेस्टोरेंट संचालकों को लाइसेंस जारी तो कर देता है लेकिन लगता है इनकी शुद्धता और गुणवत्ता की जांच कभी नहीं करता। ग्राहकों का कहना है कि जब इन महंगे रेस्टोरेंट में अच्छा पैसा देने के बावजूद अच्छा खाने को नहीं मिलता तो फिर बाहर बाजार में खुली दुकान रेहड़ी इत्यादि से ही खाना अच्छा है। कम से कम वह हमारी आंखों के सामने बनाकर तो देंगे।