12 बजे भी मवैया चौकी पर नहीं पहुंचे थे इंचार्ज बताया थाने पर हूँ
लखनऊ। आज भी उच्च अधिकारी पुलिस की छवि को सुधारने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं लेकिन चौराहे पर खड़े ट्रैफिक होमगार्ड जब भी वर्दी का रौब झाड़ते हुए नजर आते हैं तो पता चलता है कि यह कोशिश अनवरत चलती रहेगी और सुधार नहीं सकेगा।
राजधानी के मवैया चौराहे पर बीच सड़क में ट्रैफिक होमगार्ड लालजी शर्मा ने ऐशबाग की तरफ से आ रहे एक वाहन को रोंका और कहा कि गलत रास्ते से आप आ रहे हैं जबकि उससे पहले भी कई वाहन आलमबाग की तरफ मुड़ने के लिए उसी रास्ते का प्रयोग कर रहे थे। इस दरमियान वाहन चालक ने चौराहे से यू टर्न लेकर वापस भी जाना चाहा तो होमगार्ड ने मना कर दिया और कहा कि आप बैक में ही वापस जाएं इसके साथ ही मनमाना सलूक भी किया। जबकि देखा जा रहा था कि इसी रास्ते का उपयोग हर आने-जाने वाले वाहन कर रहे थे लेकिन कुछ गाड़ियों पर पुलिस का लोगो लगा हुआ था और कुछ स्थानीय निवासी थे जिसकी वजह से उन्हें रोकना उनके बस में नहीं था। किसी भी गाड़ी का बाहरी नंबर देखते ही यह ट्रैफिक होमगार्ड उससे अभद्रता करने से भी नहीं चूकते हैं। जब होमगार्ड की बदसलूकी की शिकायत चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार सिंह से करनी चाही तो दोपहर 12 बजे भी वह चौकी पर मौजूद नहीं थे। काफी देर इंतजार करने के बाद चौकी इंचार्ज से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैं थाने पर और आने में विलंब भी होगा।
गौरतलब यह है कि राजधानी के अंदर चौराहे पर खड़े यह ट्रैफिक होमगार्ड अन्य जिले की गाड़ी देखते ही आखिर क्यों उनके सामने दौड़ पड़ते हैं रोकने के लिए और बातों ही बातों में मनमाना सलूक भी करने से बाज नहीं आते। अब ऐसे में ना तो यातायात की व्यवस्था सुधरेगी और ना ही पुलिस की छवि।