कानपुर/घाटमपुर, शीराजी। कस्बे के एक दर्जन से ज्यादा वार्डों में जलभराव से फैल रही संक्रामक बीमारियों से नागरिक बुरी तरह परेशान है। हर वर्ष बारिश के मौसम में होने वाले जलभराव व उसके बाद फैलने वाली बीमारियों से यहाॅं के लोग आदी हो चुके हैं। नगर के पच्चीस वार्डों में सड़के तो बन गई। लेकिन नगर से जल निकासी का कोई मुकम्मल इन्तजाम न होने के कारण जरा सी बरसात यहाॅं के लोगों पर आफत बन कर टूटती है। जलभराव के कारण नगर के मुहल्ले गाॅंधी नगर, अशोक नगर, जवाहर नगर पूर्वी, जवाहर नगर पश्चिमी, शिवपुरी पूर्वी, पश्चिमी आछी मोहाल पुरवा कुष्माण्डा नगर आदि एक दर्जन मुहल्लों में जलभराव के कारण घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है। वही घरों के अन्दर पानी भर जाने से दाल चावल आटा कपड़़े व ग्रहस्थी का सामान बर्बाद हो रहा है। आदर्श नगर पालिका घाटमपुर के रहने वाले वासिन्दे बरसात का नाम सुनते ही सहम जाते हैं। और दुआ करते हैं कि कस्बे ने बरसात ही न हो। बीती चार व पाॅच जुलाई की बारिस ने यहाॅं के व्यापारियों को हिला कर रख दिया। दो दिनों की सामान्य बारिश के बाद जब बुद्धवार की सुबह व्यापारी जगे तो पता चला कि दर्जनों दुकानों के अन्दर बारिश का पानी भरने से लाखों रूपये का नुकसान हो चुका है। भोला व पारस काम्प्लेक्स के ग्राउण्ड फ्लोर में बनी दर्जनों दुकानें छः छः फुट पानी में डूबी है। दुकानदारों ने पम्पिंग सेट लगवा कर पानी बाहर फेंका है। लेकिन दो दिन बाद हुई बारिश ने फिर सबको दहला दिया। नगर में पेयजल सप्लाई के लिये पाइप लाइनों को बिछाने के लिये खोदी गई सड़कें कोढ में खाज का काम कर रही हैं। जिसके कारण बाइक साइकिल व पैदल यात्री घायल हो रहे हैं। नागरिकों ने प्रशासन से तो उम्मीद ही छोड़ दी है। क्यांेकी बारिश से कोतवाली तहसील सहित कई कार्यालय पानी में डूब गये। जिससे तमाम गोपनीय दस्तावेज बर्बाद हो गये। जलभराव के कारण संक्रामक बीमारियों व कीड़े मकोड़ों का प्रकोप शुरू हो गया है।