कानपुर, स्वप्निल तिवारी। जेपी हॉस्पिटल कानपुर के प्रथा हॉस्पिटल में संचा-लित करेगा लिवर ओपीडी सेवाएं लोगों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के वादे को पूरा करते हुए जेपी हॉस्पिटल नोएडा, कानपुर में लिवर रोगों के लिए व्यापक ओपीडी सेवाओं की शुरूआत करने जा रहा है स्पेशलटी लिवर ट्रांसप्लान्ट डॉक्टर – डॉ0 के आर वासुदेवन ओपीडी का दिन- माह का हर तीसरा शुक्रवार स्थान- प्रथा हॉस्पिटल, 107, 279, ब्रह्म नगर, हर्ष नगर कानपूर समय दोपहर 1 बजे से 3 बजे। सभी को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जेपी हॉस्पिटल के मिशन के तहत ये ओपीडी सेवाएं शुरू की गई हैं। जेपी हॉस्पिटल के विशेषज्ञ आस- पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को उपचार के सर्वश्रेष्ठ विकल्प उपलब्ध कराएंगे। डॉ0 के आर वासुदेवन डायरेक्टर डिपार्टमेन्ट ऑफ लिवर ट्रांसप्लान्ट जेपी हॉस्पिटल ने कहा कि जब लिवर ठीक तरह से काम करता है तो खून साफ होता है यह भोजन को पचाने और इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है यह भोजन में मौजूद पोषक तत्वों को ऐसे उत्पादों में बदलता है जो शरीर की सही कार्यप्रणाली के लिए ज़रूरी हैं ऐसे में यह शरीर के मेटाबोलिज्म और इम्यून सिस्टम को ठीक बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है आज के दौर में जीवनशैली में आए बदलावों पश्चिमी आहार के बढ़ने चलन, गतिहीन जीवनशैली और एल्कॉहल के सेवन की वजह से भारत में लिवर रोगों के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। लिवर रोगों पर नियन्त्रण की बात करें तों जीवनशैली में कुछ बदलाव लाना बहुत ज़रूरी होता है जैसे वज़न कम करना, कॉलेस्ट्राल कम करना। आहार में बदलाव लाकर और नियमित व्यायाम के द्वारा आप नॉन-एल्कॉहलिक फैटी लिवर रोग का प्रबन्धन कर सकते हैं। एल्कॉहल लिवर की कोशिकाओं के लिए ज़हर की तरह काम करती है और लिवर में सूजन एवं लिवर हेपेटाइटिस का कारण बन सकती है। डॉ0 अजीत कुमार रावत, डी.एम. ;गैस्ट्रोएंट्रोलोजीद्ध, प्रथा हॉस्पिटल, कानपुर ने कहा। डॉ0 अजीत कुमार रावत ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा जेपी हॉस्पिटल के साथ साझेदारी करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है, क्योंकि इससे कानपुर की चिकित्सा प्रणाली में सुधार आएगा और लिवर रोगों से पीड़ित मरीज़ों के जीवन की गुणवत्ता बेहतर होगी। हमें उम्मीद है कि एक दूसरे के साथ मिलकर हम क्षेत्र के लोगों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करा सकेंगे। हर साल भारत में लाखों लोग लिवर रोगों का शिकार होते हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक यह मृत्यु का दसवां सबसे बड़ा कारण है।
भारत में लिवर रोगों का बोझ बहुत अधिक है, लिवर रोगों की वजह से दुनिया भर में होने वाली 20 फीसदी मौतें भारत में होती हैं। हमारे तकरीबन एक चौथाई व्यस्क मोटापे या ओबेसिटीका शिकार हैं, जिनमें फैटी लिवर रोग की संभावना अधिक है। इसके अलावा देश में शराब के सेवन का चलन भी बढ़ रहा है। जेपी हॉस्पिटल अपने अनुभवी डॉक्टरों और आधुनिक मेडिकल टेक्नोलॉजी के साथ मरीज़ों के लिए विश्वस्तरीय चिकित्सा सेवाओं को सुलभ बनाता है। अपनी स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार लाते हुए यह अस्पताल मरीज़ों को उपचार के सर्वश्रेष्ठ विकल्प उपलब्ध कराता है, जिससे उन्हें विश्वस्तर के समकक्ष परिणाम मिलते हैं।