मथुरा। अखिल भारतीय समता फाउंडेशन के नेतृत्व में नगर निगम कार्यालय पर फुटपाथ विक्रेताओं पेंटर, लोहार, चाट वाले, फल वाले, सीट कवर वाले, पान वाले, चाय वाले, प्लास्टिक के बर्तन बेचने वाले, बिल्डिंग वाले, सीट पोस्टर स्पीकर विक्रेताओं को विश्व प्रसिद्ध होली के त्योहार के मौके से पूर्व सैकड़ों लोगों को बेरोजगार किए जाने के विरोध में हल्ला बोल कर प्रदर्शन कर जिलाधिकारी मथुरा नगर आयुक्त मथुरा एवं नगर मजिस्ट्रेट के नाम संयुक्त सात सूत्री ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन के दौरान प्रशासन के तानाशाही और गैर जिम्मेदार व्यवहार के खिलाफ लुकेश कुमार राही ने निंदा करते हुए बताया कि प्रशासन द्वारा भूतेश्वर से लेकर गोवर्धन चौराहे तक के मुख्य मार्ग को मॉडल रोड व मॉडल मार्केट के नाम से विकसित कर सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। चार दशक से अपने परिवारों का भरण पोषण कर रहे पेंटर लोहार खोखा ढकेल फुटपाथ विक्रेता अपना जीवन यापन कर रहे हैं। उत्पाद विक्रेता नगर निगम प्रशासन द्वारा पंजीकृत एवं प्रमाणित है। विकास के नाम पर बिना वैकल्पिक व्यवस्था के हटाए जाने की आलोचना की सात सूत्रीय ज्ञापन में होली से पूर्व किसी भी फुटपाथ विक्रेता को हटाया न जाए। पंजीकृत फुटपाथ ई विक्रेता वैकल्पिक व्यवस्था तत्काल चाहते हैं। फुटपाथ विक्रेताओं पर सरकारी लोन बकाया है। 14 दिन के अंदर अगर हमारी मांग नहीं मानी गईं तो बाल बच्चों के साथ फुटपाथ विक्रेता आंदोलन को मजबूर होंगे। समस्त फुटपाथ विक्रेताओं ने एक सुर में एकत्रित होकर वार्षिक त्यौहार होली से पूर्व महंगाई के जमाने में कारीगर मजदूर फुटपाथ पर काम करने वाले हुनरमंद लोगों को बेरोजगार एवं बर्बादी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। हटाने से पूर्व तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो कारीगर मजदूर फुटपाथ के आत्महत्या को मजबूर होंगे।