Sunday, October 6, 2024
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गलत एफआईआर दर्ज कराने वाले होंगे चिन्हित

मथुरा (श्याम बिहारी भार्गव )। विभिन्न कारणों से लोगों को परेशान करने और कानून का गलत उपयोग कर अपने मंशूबे पूरा करने वाले व्यक्तियों को चिन्हित किया जाएगा। इनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। ऐसे लोगों को पुलिस ने चिन्हित करना शुरू कर दिया है। बार बार गलत एफआईआर दर्ज करने वाले लोगों के खिलाफ जल्द कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की संसदीय एवं सामाजिक सद्भाव समिति के सभापति आशुतोष सिन्हा एवं समिति के अन्य सदस्यों ने जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ वृन्दावन के पर्यटक सुविधा केंद्र के सभागार में समीक्षा बैठक ली। बैठक में प्रदेश सरकार के विभिन्न सम्प्रदायों तथा जातियों के बीच सद्भाव उत्पन्न करने हेतु किये गये प्रयास, सरकारी कर्मचारियों तथा अधिकारियों द्वारा अपने कर्तव्यों का पालन करने की भावना को मजबूत करने तथा आपराधों में संलग्न होने की दशा में की गई कार्यवाही, जनपद में बाल संरक्षण गृह एवं महिलाओं के गृहों के रख रखाव, पोषण एवं खान पान की स्थितियों, जनपद में विगत पांच वर्षों में अनुसूचित जाति के परिवारों के साथ हुए उत्पीड़न की घटनाओं तथा उन पर की गई कार्यवाही, जनपद में अनुसूचित जाति के परिवारों को बाल मजदूरी के लिए विवश करने अथवा बंधुआ मजदूरी की विगत पांच वर्षों में हुई घटनाओं तथा उन पर की गई कार्यवाही के संबंध में अधिकारियों के साथ चर्चा की। सभापति ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिये कि जनपद में सुरक्षा का माहौल बनाते हुए शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें। पीड़ितों की तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए, जांच कर लोगों को न्याय दिलाया जाए। अनुसूचित जाति के मामलों पर तत्काल कार्यवाही की जाये तथा यह भी सुनिश्चित किया जाये कि कोई भी व्यक्ति निर्दाेष न फंसे। उन्होंने निर्देश दिये कि जनपद में ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाये जो बार बार गलत एफआईआर दर्ज कराते हैं, उन पर सख्त कार्यवाही की जाये। बैठक में जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगानन्द पाण्डेय, डीएफओ रजनीकांत मित्तल, एसपी सिटी एमपी सिंह, उप जिलाधिकारी छाता श्वेता, परियोजना अधिकारी जिला नगरीय विकास अभिकरण आदेश कुमार, समाज कल्याण, कार्यक्रम, प्रोबेशन, अर्थ एवं संख्याधिकारी, परिवहन, सेल टैक्स, आबकारी, पूर्ति आदि विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।
भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों पर भी गिरेगी गाज
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को निर्देश दिये कि भ्रष्टाचार से संबंधित सरकारी कर्मचारियों तथा अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही करें तथा निरंतर निगरानी रखें। जनता के अन्दर प्रशासन के प्रति विश्वास होना चाहिए, जिससे अधिकाधिक मामले प्रशासन के समक्ष निस्तारित हो जायें और लोगों को न्याय पालिका तक जाने की जरूरत न पड़े। जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिये कि बाल संरक्षण गृह एवं महिला गृहों में उत्तम खाने पीने की व्यवस्था सुनिश्चित करें, खाने की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने निर्देश दिये कि विगत छह माह में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा बाल संरक्षण गृह एवं महिला गृहों के खाने की जांच की रिपोर्ट जिलाधिकारी के माध्यम से समिति को प्रस्तुत करें। निरंतर खाने पीने की जांच कराते रहें। समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिये कि अनुसूचित जाति के पीड़ितों को शासन से मिलने वाली धनराशि का समय से भुगतान कराना सुनिश्चित करें।