Monday, September 16, 2024
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सब्जी उत्पादक किसानों की खत्म होगी नर्सरी की समस्या

मथुराः जन सामना संवाददाता। लगातार छोटी हो रहीं जोत, एक ही फसल चक्र से खराब हो रही जमीन की सेहत और फसल उत्पादन पर बढ रही लागत से किसानों के लिए खेती उतनी मुफीद साबित नहीं हो रही है जितनी की होनी चाहिए। इसके लिए सरकार किसानों को वैकल्पिक खेती के लिए प्रेरित कर रही है, जिसमें फूल और सब्जी उत्पादन भी जुड़ा है। जनपद मंे सब्जी उत्पादक किसानों के लिए सरकार की हाईटेक नर्सरी योजना वरदान साबित हो सकती है। राजकीय उद्यान क्षेत्र अगरयाला विकास खण्ड चौमूहां में हाईटेक नर्सरी पर तेजी से काम चल रहा है।
मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना ने निरीक्षण कर आवश्य निर्देश भी दिये। निरीक्षण के समय उनके साथ उपायुक्त श्रम रोजगार विजय पाण्डेय, जिला उद्यान अधिकारी मनोज चतुर्वेदी भी रहे। राजकीय उद्यान क्षेत्र अगरवाला में मनरेगा योजनान्तर्गत धनराशि 13673000 रुपये की लागत से कार्यदायी संस्था सवीर बायोटेक द्वारा हाईटेक नर्सरी का निर्माण किया जा रहा है। हाइटेक नर्सरी निर्माण के उपरान्त इसका संचालन स्वयं सहायता समूह द्वारा उद्यान विभाग के सहयोग से किया जायेगा। इसके लिए स्वंय सहायता समूह हरे कृष्णा अगरयाला का चयन किया गया है। समूह के सदस्यों को हाइटेक नर्सरी के संचालन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। हाइटेक नर्सरी की स्थापना जनपद के सब्जी उत्पादक कृषकों के लिये वरदान सिद्ध होगी, क्योंकि खेती में सबसे अधिक आय किसानों को सब्जियों की अगेती खेती से ही होती है। किन्तु सब्जियों की अगेती खेती के लिए किसानों को वातावरण अनुकूल न होने के कारण पौध तैयार नहीं कर पाते है। हाईटेक नर्सरी के माध्यम से किसान भाई सब्जियों की अगेती खेती करने में सफल होगे तथा अच्छी आय भी प्राप्त कर सकेंगे। हाइटेक नर्सरी से उत्पादित पौधा स्वस्थ एवं रोग रहित होती है। यदि किसान भाई अपना बीज देकर हाईटेक में पौध तैयार करेंगे तब उन्हें एक रुपये प्रति पौध की दर से भुगतान करना होगा तथा केन्द्र द्वारा क्रय किये गये बीजो से तैयार पौध दो रुपये प्रति पौध की दर से प्राप्त किया जा सकेगा।