हाथरस, जन सामना ब्यूरो। मिलकर समाज सेवा के कार्य करने में ही भारत विकास परिषद् की सार्थकता है। भारत एक राष्ट्र का ही प्रतीक नहीं बल्कि त्याग, समर्पण, साहस, शक्ति, संस्कार, सेवा और सम्पर्क का संयुक्त प्रफुस्टीकरण ही भारत है।
उक्त विचार स्थानीय सौभाग्य फाम्र्स में भारत विकास परिषद की हाथरस शाखा के अधिष्ठापन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में परिशद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाॅ0 केशवदत्त गुप्ता ने व्यक्त की है। उन्होने कहा कि स्वामी विवेकानन्द की सेवा भावना से प्रेरणा लेकर हम नर में ही नारायन के दर्शन करते है वहीं हम भरत की तरह भ्रातृप्रेम के वशीभूत राज्य को भी छोड़कर त्याग व समर्पण प्रेरणा लेते है और आवश्यकता पड़ने पर राष्ट्र के लिये शकुन्तला-दुष्यन्त के पुत्र भरत की तरह शेर से भी भिड़ जाने का साहस रखते है। भारत विकास परिषद की व्याख्या करते हुये उन्होने कहा कि गीता में भगवान कृष्ण ने यदा-यदा धर्मस्य ग्लानिर्भवत भारत कहकर भारत के नाम से अर्जुन को सम्बोधित किया है जिसका तात्पर्य है कि धर्म और लक्ष्य की प्राप्ति हेतु एकाग्रता और समपर्ण के प्रति अर्जुन का नाम ही भारत है। इतना ही नहीं हनुमान विस्मृत शक्ति का प्रकटीकरण ही भारत है। उन्होने सभी का विशेष युवा पीढ़ी का आभान करते हुये कहा कि आइये स्वयं भारत बनकर भारत विकास परिषद के माध्यम से अपने राष्ट्र भारत के लिये राष्ट्र देवों भव मानकर सम्पर्क, सहयोग, संस्कार और समपर्ण के साथ सेवा कार्य से स्वस्थ्य, सशक्त और संस्कारित भारत के निर्माण में प्राणप्रण से जुट जाये।
समारोह को क्षेत्रीय सचिव डाॅ0 श्रीमती दिव्या लहरी और बसंत कुमार गुप्ता एडवोकेट व अतरिक्त प्रान्तीय सचिव कैलाश चन्द्र के साथ-साथ प्रान्तीय सेवा प्रमुख अशोक वाष्र्णेय (लहरा वाले) ने भी सम्बोधित किया। परिषद के बृज प्रान्तीय के अध्यक्ष जे0 पी0 गुप्ता, विकास रत्न ने 16 नये सदस्यों को संस्था की सदस्यता का संकल्प दिलाया और डाॅ0 बी0 पी0 सिंह अध्यक्ष, हिमांशु गुप्ता सचिव तथा आर0 एम0 वशिष्ठ के नेत्रत्व में 21 सदस्य नयी कार्य कारिणी को उनकी ताजत्व की षपथ दिलायी। प्रारम्भ में निवर्तमान अध्यक्ष राकेश वाष्र्णेय ने अतिथियों का स्वागत किया वहीं निर्वतमान सचिव आर0 सी0 नरूला ने दत्त सत्र 2016-17 की रिपोर्ट प्रस्तुत की।
अपने अध्यक्षीय उदवोधन में डाॅ0 बी0 पी0 सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुये अपने आगामी सत्र की रूप रेखा प्रस्तुत की और परिषद के पदाधिकारियों को आस्वस्थ्य किया की शीघ्र ही जनपद में परिषद की अन्य शाखाओं का गठन कर परिषद को विस्तार दिया जायेगा। सभी अतिथियों का उत्तरीय पहनाकर तथा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सचिव हिमांशु गुप्ता ने सभी को धन्यवाद दिया और कोशाध्यक्ष आर्यम वशिष्ट को सभी ने रात्रि भोज के लिये आमंत्रित कर भोजन कराया। समारोह में प्रभुदयाल दीक्षित की पत्नी वन्दना तथा विनोद रावत के माउथ आर्गन के माध्यम से प्रस्तुत गीतों ने खूब वाहवाही लूटी। समारोह का सफल संचालन विजय कृष्ण गर्ग और विकास कौशिक ने किया। समारोह में दिनेश सेकसरिया, प्रमोद शर्मा, कमल पालीवाल, नरेन्द्र शर्मा, नरेश अग्रवाल, राकेश गौर, दिनेश माहेश्वरी, बी0 के0 पचैरी, मोहनलाल अग्रवाल, डाॅ0 एस0 के0 सिसौदिया, दुर्गेश गुप्ता, मुकेश आंधीवाल तथा डाॅ0 दिवाकर शर्मा का सहयोग सराहनीय रहा। समारोह में परिषद के सदस्यों के अतिरिक्त प्रकाश चन्द्र अग्रवाल, रमनमूर्ति शर्मा तथा रमन गुप्ता अन्य क्लवों के गणमान व्याक्तियों ने भी भाग लिया। समारोह में समाज सेवी श्री रामगोपाल दीक्षित द्वारा मृत्योपरान्त अपने देह दान की घोषणा की जिसके लिये राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाॅ0 गुप्ता ने उन्हें उत्तरीय उढ़ा कर सम्मानित किया।