Tuesday, April 16, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » डिजिटल क्रान्ति के युग में हिन्दी में विश्व भाषा बनने की क्षमताः केके यादव

डिजिटल क्रान्ति के युग में हिन्दी में विश्व भाषा बनने की क्षमताः केके यादव

2017.09.16.06. SSP.kk yadaw jodhpurजोधपुर एयरपोर्ट में आयोजित हिंदी पखवाड़ा समारोह का डाक निदेशक केके यादव किया शुभारम्भ
जोधपुर, जन सामना ब्यूरो। हिन्दी सिर्फ एक भाषा ही नहीं बल्कि हम सबकी पहचान है, यह हर हिंदुस्तानी का हृदय है। हिन्दी को राष्ट्रभाषा किसी सत्ता ने नहीं बनाया, बल्कि भारतीय भाषाओं और बोलियों के बीच संपर्क भाषा के रूप में जनता ने इसे चुना। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं एवं चर्चित ब्लॉगर व साहित्यकार श्री कृष्ण कुमार यादव ने जोधपुर एयरपोर्ट के तत्वावधान में आयोजित हिंदी पखवाड़ा समारोह का बतौर मुख्य अतिथि शुभारम्भ करते हुए व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता जोधपुर एयरपोर्ट के निदेशक श्री जी. के. खरे ने की।
डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि हिन्दी में विश्व भाषा बनने की क्षमता है। जैसे-जैसे विश्व में भारत के प्रति दिलचस्पी बढ़ रही है, वैसे-वैसे हिन्दी के प्रति भी रुझान बढ़ रहा है। आज परिवर्तन और विकास की भाषा के रूप में हिन्दी के महत्व को नये सिरे से रेखांकित किया जा रहा है। श्री यादव ने कहा कि हिन्दी आज सिर्फ साहित्य और बोलचाल की ही भाषा नहीं, बल्कि विज्ञान-प्रौद्योगिकी से लेकर संचार-क्रांति और सूचना-प्रौद्योगिकी से लेकर व्यापार की भाषा भी बनने की ओर अग्रसर है। डिजिटल क्रान्ति के इस युग में वेबसाइट्स, ब्लॉग और फेसबुक व टविटर जैसे सोशल मीडिया ने तो हिन्दी का दायरा और भी बढ़ा दिया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जोधपुर एयरपोर्ट के निदेशक जी. के. खरे ने कहा कि संविधान में वर्णित सभी प्रांतीय भाषाओं का पूर्ण आदर करते हुए इस विशाल बहुभाषी राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने में भी हिन्दी की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसे में हिन्दी भाषा के प्रयोग पर हमें गर्व महसूस करना चाहिए।
राजभाषा वरिष्ठ सहायक रवि प्रकाश टाक ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन द्वारा जोधपुर हवाई अड्डा कार्यालय में चल रही हिंदी गतिविधियों की जानकारी दी।
कार्यक्रम का आरम्भ दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती पर पुष्पहार अर्पित कर हुआ। कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि डाक निदेशक कृष्ण कुमार यादव को जोधपुर एयरपोर्ट निदेशक जी. के. खरे ने स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार व्यक्त किया।