हाथरस। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा नव संवत्सर रविवार को विप्र कुल शिरोमणि भगवान परशुराम की विशाल एवं ऐतिहासिक शोभायात्रा शहर में निकाली गई। इस अवसर पर भगवान परशुराम के रथ को फूलों और रंगीन लाइटों से सुसज्जित किया गया था, जिससे शोभायात्रा को और भी भव्यता प्राप्त हुई।
शोभायात्रा के शुभारंभ से पहले विप्र बंधुओं का स्वागत एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसमें हजारों विप्र बंधुओं को सम्मानित किया गया। इसके बाद शोभायात्रा में जनपद भर से विप्र बंधुओं ने भाग लिया और भगवान परशुराम के जयकारे लगाए।
इस शोभायात्रा में 100 से अधिक झांकियां शामिल थीं, जिनमें भरतनाट्यम, कत्थक, केरल के ढोल, राम जी का डोला, महाकुंभ की झांकी, अघोरियों की अद्भुत झांकी, बाहुबली हनुमान जी एवं गणेश जी, राम दरबार, बिजनौर के फूल डोला, मैनपुरी के लाइट डोला आदि प्रमुख थीं। इसके साथ ही देशभर से आए नामी बैंड भी इस शोभायात्रा में शामिल हुए और अपनी मधुर धुनों से धूम मचाई। राजस्थान का ताज बैंड, हरियाणा का विक्रम बैंड, मध्य प्रदेश का सोनी बैंड, पंजाब का राजू महाराजा बैंड और इटावा का बैंड प्रमुख थे।
साथ ही, इस बार शोभायात्रा में दो दर्जन से अधिक ड्रोन कैमरों ने पूरे शहर में 10 कुंतल से अधिक फूलों से पुष्प वर्षा की, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनी। भगवान परशुराम जी की यह शोभायात्रा शहर के ऐतिहासिक घंटाघर से शुरू हुई, जिसे रंगीन लाइटों से सजाया गया था।
शोभायात्रा का नेतृत्व श्री ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पंडित संदीप शर्मा ने किया, जिन्होंने इस बार भगवान परशुराम जी की 47वीं शोभायात्रा को ऐतिहासिक बनाने के लिए अपनी टीम के साथ दिन-रात मेहनत की। पंडित संदीप शर्मा ने बताया कि इस बार शोभायात्रा में उत्तर से लेकर दक्षिण भारत की संस्कृति और विभिन्न राज्यों की अद्भुत झांकियां शामिल की गईं, जो दर्शकों के लिए एक शानदार अनुभव रही।
इस भव्य शोभायात्रा के आयोजन में श्री ब्राह्मण महासभा के संयोजकों सहित कई अन्य विप्र बंधु भी शामिल रहे, जिनमें कृष्णकांत रावत, बालकिशन शर्मा, विकास भारद्वाज, सौरभ शर्मा, नीरज गौतम, डॉ. ललितेश शर्मा, योगेश शर्मा, विजय पाठक, मुकेश शर्मा, सौरव पंडित और कई अन्य प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे।