हाथरस। जनपद हाथरस के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सासनी में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के अंतर्गत मरीजों के पंजीकरण की प्रक्रिया को क्यूआर कोड स्कैन के माध्यम से डिजिटल रूप दिया गया है। इस नवीन प्रणाली का शुभारंभ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दलवीर सिंह रावत द्वारा एक मरीज का स्कैन पर्चा काटकर किया गया। बुधवार को सीएचसी चिकित्साधिकारी डॉ. दलवीर सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि इस नई व्यवस्था के माध्यम से मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं अब और अधिक सुगम तथा डिजिटल रूप में प्राप्त होंगी। इससे मरीजों को पंजीकरण, पर्ची, दवाइयों व जांच रिपोर्ट आदि में लगने वाले समय और अन्य परेशानियों से राहत मिलेगी। साथ ही, सभी मेडिकल रिकॉर्ड डिजिटल रूप में आभा रिकॉर्ड में संरक्षित रहेंगे। डॉ. रावत ने बताया कि भारत सरकार की एबीडीएम योजना के अंतर्गत नागरिकों को डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ने के लिए आभा आईडी (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) की सुविधा प्रदान की जा रही है। यह एक यूनिक डिजिटल हेल्थ आईडी है, जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपनी डॉक्टर की पर्ची, जांच रिपोर्ट, दवाइयाँ आदि एक ही प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित रख सकता है और आवश्यकता पड़ने पर इन्हें किसी भी चिकित्सक के साथ साझा कर सकता है। उन्होंने बताया कि नागरिक गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर से ‘आभा ऐप’ डाउनलोड करके अपने मोबाइल नंबर या आधार कार्ड के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं और अपनी पसंद का यूजरनेम चुन सकते हैं, जैसे – ram-kumar@abdm। यह सेवा पूरी तरह से निःशुल्क है और लोगों को सरल, सुलभ एवं सुरक्षित स्वास्थ्य सेवाएं देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। डॉ. रावत ने आमजन से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में अपनी आभा आईडी बनवाएं और डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं।