कानपुरः जन सामना संवाददाता। आईएमए, एएमएस कानपुर सब चैप्टर की प्रथम सीएमई का आयेाजन किया गया जिसमें एनसी मेडिकल कालेज पानीत हरियाण के प्रधानाचार्य प्रो0 मुकेश यादव ने क्लीनिक व अस्पतालों में मेेडिकोलीगल समस्याओं तथा नगर के न्यूरो रोग विशेषज्ञ डा0 पुनीत दीक्षित ने नई मिर्गी की दवाईयों के बारे में अपने व्याख्यान प्रस्तुत किया। आईएमए कानपुर के अध्यक्ष डा0 प्रवीन कटियार ने सभी का स्वागत किया।
डा0 मुकेश ने कहा कि देश की आबादी तो बढी लेकिन सरकार की तैयारी नही हुई। इसी कारण आज जनता का विस्वास सरकारी अस्पतालों पर कम है। इसी कारण देश में 70-80 प्रतिशत इलाज प्राइवेट डाक्टर एवं अस्पताल के हाथों में है। उसी का फयदा उठाने की कोशिश शहरों में काॅपोरेट लोगों व गावों में गैर चिकित्सक लोगो ने की है ंकहा आज के समय में सरकार अपनी व समाज की कमी दुपाने के लिए सारा दोष डाक्टरों के उपर मढ रही है। इस बीच में डाक्टरो को अपने उपर बढने वाले असंतोष व अविस्वास के कारण कज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट व इलाज का तरीका भी बदलना पडा है, जिससे इलाज महंगा हुआ है तथा डाक्टर कई बार मरीज को गंभीर की स्थिति में अन्य स्थान पर रिफर करने को विवश हो जाते है। डा0 विकास शुक्ला ने बताया कि हम डाक्टरो को इस व्याख्यान से लाभ मिलेगा तथा डाक्टरो से अपील की िकवे सभी प्रकार से सकारात्मक रहने की कोशिश करें तथा जनता से आवाहन किया कि डाक्टर के सम्मान के प्रति संवेदनशील रहे। यदि आपकी कोई समस्या है तो विचार विमर्श से समाधान तलाशें। व्याख्यान में डा0 आर एन चैरसिया, डा0 एसके मिश्रा, डा0 एमके सराउगी, डा0 अम्बरीश गुप्ता, डा0 जेके गुप्ता व आरएन मिश्रा पैनलिस्ट थे। कार्यक्रम में डा0 अनुराग मेहरोत्रा, डा0 राम सिं वर्मा तथा डा0 एए काशमी व अन्य चिकित्सक गण उपस्थित रहे।