Saturday, April 20, 2024
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किस इंजीनियरिंग से सड़क बनती है कि एक साल में उखड़ जाती है ?

नाराज कमिश्नर ने किया जवाब-तलब
मीरजापुर, संदीप कुमार श्रीवास्तव। ’वह कौन सी इंजीनियरिंग है कि सड़क बनी नहीं कि एक साल में वह उखड़ने लगती है।’ यह जवाब-तलब किया विंध्याचल मण्डल के कमिश्नर मुरलीमनोहर लाल ने एनएच, पीडब्ल्यूडी के एसई, इलाहाबाद से कमिश्नर ने फोन करके जब उनसे पूछा तो वे समुचित उत्तर नहीं दे सके। जन-असुविधा की शिकायत से नाराज कमिश्नर ने सख्त पत्र उन्हें लिखकर बाई पास रोड (शीतला मन्दिर से नटवा तिराहा तथा यहाँ से अष्टभुजा तक) की हाले-दुर्दशा को फौरन ठीक करने का निर्देश दिया।
लगातार जनता की ओर से आ रही शिकायत पर रविवार को क्षेत्र में निकले कमिश्नर ने अपनी गाड़ी उक्त सड़क की तरह घुमवा दी। बथुआ रोड पर शीतला मन्दिर से आगे बढ़ते पूरी सड़क टूटी, खुदी थी। वाहन हिचकोले लेते चल रहे थे। सड़क निर्माण की तकनीक से परिचित कमिश्नर ने देखा कि सड़क के किनारे मल्टीफेसिस गिट्टी की जगह राउंड गिट्टी पड़ी है जिससे सड़क कमजोर बनती है। इससे उन्हें लगा कि सड़क निर्माण के साथ मनमानी की जा रही है। उन्होंने तत्काल वहाँ कार्यरत पीडब्लूडी के नेशनल हाई-वे इकाई के इलाहाबाद बैठने वाले अधीक्षण अभियन्ता से फोन पर नाराजगी जाहिर की तथा कहा कि निर्माण के साथ अनियमितता तत्काल रोकी जाए तथा स्वीकृत मानक के अनुसार कार्य कराया जाए। कैम्प आफिस लौट कर कमिश्नर ने इस बाबत पत्र भी लिखा।