उन्नाव। कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने तीसरी लहर के पहले ही व्यवस्थाएं दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में प्रशासन ने जिला उद्योग केंद्र कार्यालय में ऑक्सीजन बैंक बनाया है। इस बैंक के माध्यम से ‘सांसें’ सहेजने का काम किया जा रहा है।
कोविड-19 की दूसरी लहर में अप्रैल माह में ही आक्सीजन की किल्लत से दो सौ से अधिक लोगों की सांसें उखड़ गई थीं। लोगों को एक ऑक्सीजन सिलिंडर मिलना मुश्किल हो गया था। शासन-प्रशासन के पास भी ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। इससे स्थितियां बिगड़ी थीं। वर्तमान में कोरोना का कहर कुछ कम पड़ा है और ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की संख्या कम हुई है। इस पर प्रशासन ने राहत की सांस ली है।हालांकि स्वास्थ्य विभाग कोरोना की तीसरी लहर भी आने की संभावना जता रहा है। कोरोना की तीसरी लहर और आक्रामक होने की आशंका है। दूसरी लहर से पहले तैयारियों को पूरा करने में मात खाए प्रशासन ने तीसरी लहर की तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं। इसके तहत आने वाले दिनों में ऑक्सीजन की कमी न हो, इसके लिए प्रशासन ने जिला उद्योग केंद्र कार्यालय में ऑक्सीजन बैंक खोला है। प्रशासन ने कारोबारियों, उद्यमियों व आम जनमानस के सहयोग से शुरूआत में 37 सिलिंडर जुटाए हैं। अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही सिलिंडर की संख्या 100 कर ली जाएगी। इस बैंक में जो भी ऑक्सीजन सिलिंडर जमा करने पहुंचता है तो उसे प्रशासन की ओर से एक कार्ड दिया जाता है। सिलिंडर जमा करने वाले को एक कार्ड सुरक्षित रखना होगा। भविष्य में जरूरत पड़ने पर इसी कार्ड की सहायता से लोगों को भरा सिलिंडर मिल जाएगा।
प्रशासन ने कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए पहले से ही व्यवस्थाएं दुरुस्त करनी शुरू कर दी हैं। इसके लिए आक्सीजन बैंक बनाया गया है। इसमें सभी का सहयोग मिल रहा है। भविष्य में यदि किसी को ऑक्सीजन सिलिंडर की जरूरत होगी तो प्रशासन उपलब्ध कराएगा।