Monday, November 18, 2024
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डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धा सुमन अर्पित

हाथरस।  भारतीय जनता पार्टी के आधार स्तंभ और संस्थापक स्व. डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर भाजपा जिला कार्यालय के साथ-साथ मण्डलों के प्रत्येक बूथ पर उनके छविचित्र पर कार्यकर्ताओं ने पुष्पों के साथ श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष गौरव आर्य ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यन्त प्रतिष्ठित परिवार में इनका जन्म हुआ था। इनके पिता आशुतोष मुखर्जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे एवं शिक्षाविद् के रूप में विख्यात थे। वर्ष 1923 में लॉ की उपाधि अर्जित करने के पश्चात् वे विदेश चले गये और वर्ष 1926 में इंग्लैण्ड से बैरिस्टर बनकर स्वदेश लौटे। अपने पिता का अनुसरण करते हुए इन्होंने भी अल्पायु में ही विद्याध्ययन के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलताएँ अर्जित कर ली थीं। 33 वर्ष की अल्पायु में वे कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने। इस पद पर नियुक्ति पाने वाले वे सबसे कम आयु के कुलपति थे। एक विचारक तथा प्रखर शिक्षाविद् के रूप में इनकी उपलब्धि तथा ख्याति निरन्तर आगे बढ़ती गयी।
जिला प्रभारी चै. राजा वर्मा ने कहा कि डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने स्वेच्छा से अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया। डॉ. मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे। इन्होंने बहुत से गैर कांग्रेसी हिन्दुओं की मदद से कृषक प्रजा पार्टी से मिलकर प्रगतिशील गठबन्धन का निर्माण किया। इस सरकार में वे वित्तमन्त्री बने। इसी समय वह सावरकर के राष्ट्रवाद के प्रति आकर्षित हुए और हिन्दू महासभा में सम्मिलित हुए। डॉ. मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। इसलिए धर्म के आधार पर वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे। वे मानते थे कि विभाजन सम्बन्धी उत्पन्न हुई परिस्थिति ऐतिहासिक और सामाजिक कारणों से थी। वे मानते थे कि आधारभूत सत्य यह है कि हम सब एक हैं। हम में कोई अन्तर नहीं है। हम सब एक ही रक्त के हैं। एक ही भाषा एक ही संस्कृति और एक ही हमारी विरासत है। लोगों के दिलों में उनके प्रति अथाह प्यार और समर्थन बढ़ता गया।
इस अवसर पर महेंद्र सिंह आचार्य, देवचन्द्र गौड़, डौली माहौर, बासुदेव माहौर, कुसुमदेवी मदनावत, यशपाल सिंह चौहान, विपिन लाल, रामकुमार माहेश्वरी, अमर सिंह पांडेय, डा. अविन शर्मा, रुपेश उपाध्याय, हरीशंकर राना, विष्णु बघेल, अखिलेश गुप्ता, चै. चन्द्रवीर, नरेन्द्र सिंह चैहान, ब्रजेश चौहान, प्रीती चौधरी, प्रमोद सेंगर, प्रेम सिंह कुशवाहा, अविनाश तिवारी, संतराज सिंह, सुनील गौतम, संतोष पाथौर, प्रभात पचैरी, मीरा माहेश्वरी, मथुरा प्रसाद गौतम, विवेक वार्ष्णेय, भीकम सिंह लोधी, संध्या आर्य, राजेंद्र चौधरी, पंकज गुप्ता, अनिल सिसोदिया, पवन रावत, शरद माहेश्वरी ,शिवदेव दीक्षित, नीरज वैश्य, राजपाल सिंह, राजवीर कुशवाहा, दीपक उपाध्याय, धर्मेन्द्र उपाध्याय, ध्रुव शर्मा, अनिल पाराशर, चै. हम्बीर सिंह, अंशुल शर्मा, चै. हम्बीर सिंह जाट, राजेंद्र सिंह धाकरे, ओजवीर राणा, शिवप्रताप सिंह आदि