हाथरस। जुल्म के खिलाफ आवाज सगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चैधरी बिजेन्द्र सिंह के आदेशानुसार राजेश सिंह गुड्डू एड. के नेतृत्व में अखिलेश कुमार प्रेमी एड. जिलाध्यक्ष व अधिवक्ता प्रकोष्ठ ने टीम के साथ अपर जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मध्य प्रदेश के देवास जिले के नेमावर में पांच आदिवासी सदस्यों को हिंदू केसरिया नाम के संगठन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह राजपूत व उसके दोस्तों और सहयोगियों ने पवन, पूजा, दिव्या, ममता बाई, रूपवती को रस्सी से गला घोट कर मौत के घाट उतार दिया। इस घटना का किसी को पता न चले, इसलिए सुरेंद्र सिंह राजपूत व सहयोगी दोस्तों द्वारा एक 8 फीट गहरे गड्ढे में पांचो मृतकों के शवों को दफना दिया। प्रथम दृष्टया देखा जाए तो पुलिस भी संदिग्ध के घेरे में आती है। किसी उच्च स्तरीय एजेंसी से जांच कराकर जो भी पुलिस कर्मी दोषी पाए जाते हैं और जो लोग इसमें दोषी हैं उनको जल्द से जल्द फास्टट्रैक में सुनवाई करके फांसी की सजा दिलाई जाए।
ज्ञापन देने वालों में खजेन्द्र सिंह, बॉबी प्रताप सिंह, डॉ. गम्भीर सिंह, विजय देव्, हरपाल सिंह राणा, बबलू, डॉ. जितेन्द्र कुमार, सुनील कुमार गौतम, मुकेश कुमार, विकास कुमार, प्रताप कुमार, कालीचरण, जय प्रकाश भारती, मुगली खान, विजय पाल, सौरव, तसलीम खान, रानी, हर्षित कुमार प्रेमी, रणजीत सिंह, शशी कपूर, वीरेन्द्र आजाद, मोहन सिंह, गंगा देवी, महावीर, ममता देवी, गीता देवी आदि शामिल थे।