Thursday, November 28, 2024
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अत्याचार को समाप्त करके धर्म की स्थापना के लिए भगवान लेते हैं अवतार : मुकुल उपाध्याय

सिकंदराराऊ, हाथरस। बुधवार को गांव खिजरपुर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान पांचवें दिन पूर्व विधायक मुकुल उपाध्याय ने पूजा अर्चना करके कथा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर आयोजक देवेंद्र उपाध्याय एवं मनोज उपाध्याय ने साफा बांधकर तथा 51 किलो की फूल माला पहनाकर मुख्य अतिथि मुकुल उपाध्याय का भव्य स्वागत किया।
मुकुल उपाध्याय ने कहा कि कलयुग में भागवत की कथा सुनने मात्र से हर प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी जन्मों के पापों का नाश होता है। जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है, तब तक प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। जब रावण का अत्याचार बढ़ा तब राम का जन्म हुआ । जब कंस ने सारी मर्यादाऐं तोड़ी तो प्रभु श्री कृष्ण का जन्म हुआ।भागवताचार्य शिवम उपाध्याय ने कथा का वर्णन करते हुए धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष की महत्ता पर प्रकाश डाला तथा यह भी बताया कि 24 लाख की योनियों में भटकने के पश्चात मानव शरीर की प्राप्ति होती है।भागवत कथा एक ऐसी कथा है जिसे ग्रहण करने मात्र से ही मन को शांति मिलती है। भागवत कथा सुनने से अहंकार का नाश होता है। ब्रज में भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया और अपना बचपन बिताया। यहां मिट्टी के कण-कण में भगवान श्रीकृष्ण का प्यार बसा हुआ है। इसीलिए जो भी व्यक्ति मथुरा, गोकुल और वृंदावन की धरती पर आता है, वो बार-बाक यहां खिंचा चला आता है।
इस अवसर पर देवेन्द्र उपाध्याय, मनोज उपाध्याय, नरेश चतुर्वेदी, रामबाबू चौहान, प्रशांत शर्मा, किशनपाल, परमात्मा शरण त्रिवेदी, शरद शर्मा , रितिक पांडेय, शुभम उपाध्याय, अभिषेक उपाध्याय , योगेंद्र यादव , पुष्पेंद्र यादव, आदेश उपाध्याय, रिंकू शर्मा, अरुण दीक्षित, संतोष पुंडीर , मुकेश शर्मा आदि मौजूद थे ।
Reported by : Niraj Chakrapani