रायबरेली। प्रभावी संवाद किसी भी व्यक्ति अथवा संस्था के लिए वह सबसे बड़ा हथियार है जो व्यक्ति को अथवा संस्था की कार्य-प्रणाली को न केवल सशक्त करता है बल्कि उसकी प्रतिष्ठा में और अधिक वृद्धि करता है क्योंकि प्रभावी संवाद से परस्पर आदर और विश्वास की भावना प्रबल होती है, जो कि संबंधों को नई संजीवनी प्रदान करती है। उक्त विचार एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक (मानव संसाधन) मृगांक शेखर दास भट्टमिश्र ने परियोजना में आयोजित संचार कार्यशाला के वर्चुअल उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किए। कार्यशाला को संबोधित करते हुए एनटीपीसी ऊंचाहार के मुख्य महाप्रबंधक कमलेश सोनी ने कहा कि ऊंचाहार परियोजना में आयोजित यह कार्यशाला संचार प्रणाली को और सशक्त करेगी। जिससे अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ इस दिशा में भी यह परियोजना बेहतर कार्य करने तथा अनुकूल परिणाम देने में सक्षम बन सकेगी।विशेषज्ञ प्रवक्ताओं ने प्रतिभागियों को व्यावहारिक रूप से दक्ष किया-
इस कार्यशाला में ऊंचाहार परियोजना के विभागाध्यक्षों तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभागियों के रूप में भाग लिया। संचार कार्यशाला में अपने-अपने क्षेत्रों के विशेषज्ञ प्रवक्ताओं ने अलग-अलग विषयों पर व्याख्यान देकर प्रतिभागियों को तकनीकी व व्यावहारिक रूप से दक्ष किया। देश की जानी-मानी संस्था पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. अजित पाठक ने सामान्य मीडिया प्रबंधन तथा संकटकालीन संचार विषय की चर्चा करते हुए कई तरह के टिप्स एवं उदाहरण देकर प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान किया। इसी प्रकार भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के प्रोफेसर डॉ. आनंद प्रधान ने लीडरशिप कम्यूनिकेशन विद मीडिया विषय का विश्लेषण करते हुए प्रतिभागियों को बताया कि मीडिया के साथ लीडरशिप कम्यूनिकेशन को कैसे प्रभावी बनाया जा सकता है।
सोशल मीडिया का समाज में सबसे अधिक प्रभाव-
बीबीसी इंडिया की पत्रकार तथा प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका पुरस्कार विजेता सर्वप्रिया सांगवान ने मीडिया के वर्तमान परिदृश्य की विस्तार से चर्चा की तथा इस क्षेत्र में चुनौतियों से कैसे पार पाया जाए इस दिशा में अपने अनुभव साझा किए। इंडिया न्यूज की एंकर संगीता यदुवंशी ने सोशल मीडिया की कार्यशैली पर बातचीत करते हुए बताया कि वर्तमान समय में सोशल मीडिया की खबरों का प्रभाव समाज में सबसे अधिक पड़ रहा है। कभी-कभी कुछ भ्रामक खबरें सामाजिक ताने-बाने को दूषित करती हैं, इनसे कैसे पार पाया जाए इस पर यदुवंशी ने प्रतिभागियों को विस्तार से समझाया तथा उनके प्रश्नों के समाधान किया।
जनसंपर्क प्रणाली को मजबूत करेगी कार्यशाला-
इसके पहले मानव संसाधन विभाग की प्रमुख वंदना चतुर्वेदी ने सभी प्रतिभागियों व विशेषज्ञ प्रवक्ताओं एवं मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि ऊंचाहार में आयोजित यह कार्यशाला परियोजना की जनसंपर्क प्रणाली को और मजबूत करेगी तथा परियोजना के वरिष्ठ अधिकारियों व विभागाध्यक्षों के संचार कौशल व नेतृत्व विकास को नए आयाम देगी। कार्यशाला में महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) अरिंदम बनर्जी व अन्य महाप्रबंधक एस के झा, के डी यादव, स्वप्न कुमार मंडल व मानव संसाधन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। उपमहाप्रबंधक (मानव संसाधन) अजय सिंह ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
Reported by : Pawan Kumar Gupta