Monday, April 29, 2024
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प्रेम प्रसंग में चली गई पुलिसकर्मी के इकलौते बेटे की जान, दो गिरफ्तार

राघवेन्द्र सिंहः कानपुर।  न्यू श्यामनगर में रहने वाले भोगनीपुर में तैनात दरोगा के इकलौते बेटे की हत्या से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था, मामले में जांच कर रही पुलिस ने दो हत्यारोपियों को पकड़ लिया है दरोगा के बेटे की हत्या पूर्व नियोजित तरीके से की गई थी पुलिस ने अपनी जांच में जो बताया उसे मामला प्रेम प्रसंग का प्रतीत हो रहा है।
आपको बता दे बीती 7 अप्रैल को कानपुर दक्षिण के न्यू श्याम नगर का रहने वाला ऋषभ उर्फ रोमी घर से किसी दोस्त से मिलने के लिए निकला था जिसके बाद से उसका मोबाइल बंद हो गया था और वह घर नहीं पहुंचा था, परेशान परिजन रोमी की तलाश में लग गए और फिर अगले दिन 8 अप्रैल को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट बर्रा थाने में दर्ज करवाई गई थी इसके बाद 8 तारीख को ही सचेंडी स्थित नहर में पुलिस को सूचना मिली की एक उतराता हुआ शव देखा गया है, जिसकी शिनाख्त ऋषभ उर्फ रोमी के रूप में हुई पुलिस की जांच रिपोर्ट के अनुसार ऋषभ का पूर्व में महोबा की एक महिला मित्र के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था जिसके बाद में महोबा में ही जिम चलाने वाले टीपू साहू के जिम में उस लड़की का आना जाना हुआ और फिर जिम संचालक के साथ उसकी दोस्ती परवान चढ़ी मामला प्रेम प्रसंग तक पहुंच गया, जब इसकी भनक दरोगा के बेटे को लगी तो उसने बदला लेने की नियत से युवती के कई अश्लील फोटो सोसल मीडिया पर वायरल कर दिए ।
महोबा से जिम संचालक अपने दो साथियों तौफीक उर्फ मामू, अभय प्रताप सिंह और अमित यादव के साथ ऋषभ से नौबस्ता बाईपास पर मिलने आया था, जहा ऋषभ को उसके दोस्त अमित ने फोन कर बुलाया था जहा ऋषभ अकेले ही पहुंच गया इसके बाद नौबस्ता बाईपास में मौरंग मंडी वाले ठेके से शराब ली गई और सभी ने गाड़ी में ही शराब पीना शुरू किया
टीपू साहू ने ऋषभ से फोटो वायरल करने के बारे में पूछा तो उसने अपनी बात बताई जिसपर टीपू ने ऋषभ को उसे दूर रहने की धमकी दी ऋषभ ने इसे नजरंदाज कर दिया, इसके तुरंत बाद ही जिम संचालक ने ऋषभ का गला दबा कर उसकी गाड़ी में ही हत्या कर दी,जब ऋषभ झटपटा रहा था तभी उसने अपने मोबाइल से कई बटन अपनो को फोन करने के लिए दबाए थे जिसके बाद उसका फोन गल्लामंडी में रहने वाले एक लकड़ी के व्यापारी को लगा लेकिन वो कोई बात ना बता सका टीपू के साथियों ने उसका फोन छीन लिया और बंद कर दिया , हो सकता है अगर ऋषभ किसी साथी को लेकर उनसे मिलने गया होता तो आज वो जिंदा होता ।
हत्या करने के बाद आरोपी टीपू और उसके साथियों ने लाश को ठिकाने लगाने की तैयारी की और सचेंडी से बिधनू को जाने वाले रोड की तरफ मुड़ गए जहा पर अंधेरा पा लाश को नहर में फेंककर भाग निकले ।
पूरे मामले पर अभी तक अमित और अभय प्रताप को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और जेल भी भेज दिया है हत्या में प्रयोग की गई इस स्कॉर्पियो भी पुलिस ने अपने कब्जे में लेली है लेकिन अभी तक मुख्य आरोपी दीपू साहू और उसका साथी तौफीक उर्फ मामू पुलिस की गिरफ्त से दूर है।