Friday, May 17, 2024
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पूर्व विधायक व लोकतंत्र रक्षक सैनानी चौधरी विजेन्द्र सिंह का निधनःभाजपा में शोक

सादाबाद, हाथरस। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व सादाबाद से पूर्व विधायक, लोकतंत्र रक्षक सेनानी चौधरी बिजेंद्र सिंह का आज सुबह अपने आवास पर आकस्मिक निधन हो गया। जिससे पूरे भाजपा परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है।
भाजपा जिलाध्यक्ष गौरव आर्य को जैसे ही सूचना मिली वह उनके अंतिम संस्कार की क्रिया में शामिल होने के लिए उनके ग्राम विसावर पहुंचे। जिलाध्यक्ष गौरव आर्य ने बताया कि पूर्व विधायक का जन्म 11 नवम्बर 1937 को बिसावर में एक सामान्य किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने वर्ष 1946 में बाल स्वयंसेवक के रूप में सायं शाखा में जाना प्रारम्भ किया एवं कालान्तर में उन्होंने शाखा के मुख्य शिक्षक एवं तहसील कार्यवाहक के दायित्व का निर्वहन किया। जनसंघ की स्थापना के बाद विस्तार की जिम्मेदारी स्वयं सेवकों पर थी। वह छोटे-छोटे बच्चों को साथ लेकर प्रभात फेरी निकालते थे और नारा था “हमारा नारा अखण्ड भारत” तथा दीवारों पर जनसंघ का चिन्ह “दीपक” बनाते थे।
उन्होंने बताया कि उनके पास जनसंघ में मण्डल महामंत्री, मण्डल अध्यक्ष, जिला सहमंत्री एवं जिला महामंत्री जिला मथुरा का दायित्व वर्ष 1974 में रहा। गौहत्या विरोध कानून आन्दोलन के समय तहसील मन्त्री की जिम्मेदारी सौपी गयी थी एवं पुनः गौहत्या के विरोध में दिल्ली प्रदर्शन में भाग लिया। जहाँ तत्कालीन गृहमन्त्री गुलजारीलाल नन्दा ने गोली चलवा दी। उन्होंने इस नरसंहार के विरोध में जनजागरण किया। जिसमें उनको एक माह की सजा हुई तथा तिहाड़ जेल में डाल दिया गया था। वर्ष 1975 में इमरजेंसी लगी, उस समय वह जनसंघ के जिला महामंत्री थे और पहला केस डीआईआर का लगाया गया था तथा इनको गिरफ्तार कर लगभग 17 माह तक जेल में रखा गया। वर्ष 1991 में उन्हें सादाबाद विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी बनाया गया। तब उन्होंने लोकदल प्रत्याशी नवाब सादाबाद छावी मियाँ को भारी मतों से पराजित कर विधायक चुने गये तथा कल्याण सिंह के नेतृत्व में सरकार बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अतिम शवयात्रा में महेंद्र सिंह आचार्य, रूपेश उपाध्याय, हरीशंकर राना, सुनील गौतम, रामवीर सिंह परमार, राजवीर सिंह पहलवान, रविकांत अग्रवाल, चिराग उपाध्याय, तुलसीदास अग्रवाल, अनिल पारासर, अंशुल शर्मा, राजेंद्र सिंह धाकरे, हम्वीर सिंह, हम्वीर सिंह प्रधान, अंकुश गौड़, प्रभात पचौरी, चौ संजय सिंह आदि कार्यकर्ता शामिल थे।