Sunday, May 5, 2024
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जिलाधिकारी ने बाढ़ क्षेत्रों का किया भ्रमण, ली जानकारी

जिलाधिकारी ने मां मुक्तेश्वरी माता के किए दर्शन, यमुना नदी घाट का किया निरीक्षण, कुंड के पास वेरीकैटिंग कराए जाने के दिए निर्देश
कानपुर देहात।जिलाधिकारी नेहा जैन ने भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के उन क्षेत्रों का दौरा किया जहां पर ज्यादा बाढ़ की संभावनाएं होती हैं, इसी क्रम में उन्होंने सर्वप्रथम सेंगुर नदी के क्षेत्र का दौरा किया और उप जिलाधिकारी भोगनीपुर को निर्देशित किया कि यहां पर क्योंकि बाढ़ की संभावनाएं बनी रहती हैं इसलिए इस क्षेत्र में सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए जाएं ताकि नागरिकों को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने मुसरिया गांव का निरीक्षण किया जहां पर अक्सर बाढ़ से पूरा गांव जल मग्न हो जाता है। जिलाधिकारी ने गांव के ही एक मछुआरे सोनेलाल के घर जाकर संपूर्ण स्थितियों का जायजा लिया और उनसे उनकी समस्याओं से भी अवगत हुई, जिसमें सोने लाल ने बताया कि मछलियों के मारने पर प्रतिबंध लगने से हमारी रोटी रोजी प्रभावित हो रही है, जिलाधिकारी ने कहा हम शीघ्र ही इस मामले की छानबीन करवाएंगे और यह देखेंगे कि किन मछलियों पर प्रतिबंध लगा हुआ है और आपकी समस्याओं का निस्तारण शीघ्र करेंगे, इस भ्रमण के दौरान मुसरिया गांव में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय मुसरिया जो अमरौधा ब्लाक क्षेत्र में पड़ता है उसका जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण किया, जहां पर विद्यालय में ताला लटकता हुआ नजर आया, कोई भी शिक्षक उपस्थित नहीं था, मौके पर तीन छात्र वहां पर उपस्थित थे जिसमें आशीष निषाद, रजनीश कुमार, पुष्पांजलि जिन्होंने जिलाधिकारी को बताया कि शिक्षक यहां कभी-कभी आते हैं और समय पर कभी भी नहीं पहुंचते हैं इस पर जिलाधिकारी ने कड़ा रोष व्यक्त करते हुए, जांच के आदेश दिए हैं। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय मुसरिया क्षेत्र अमरौधा का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान पंजीकृत 102 बच्चों में मात्र 49 बच्चे उपस्थित पाए गए, जिस पर जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया कि बच्चों की उपस्थिति शत प्रतिशत पूर्ण करें, वहीं विद्यालय में 3 शिक्षक की तैनाती पाई गई जिसमें एक शिक्षक साक्षी मिश्रा अनुपस्थित मिली, विद्यालय में पंखा इत्यादि खराब पाए गए, इस पर जिलाधिकारी ने संपूर्ण व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए, वहीं उन्होंने बच्चों से शिक्षा के विषय पर बातचीत की, वहीं जिलाधिकारी विद्यालय में कायाकल्प के तहत कार्य कराए जाने की भी निर्देश दिए, वही संचालित आंगनवाड़ी केंद्र का भी निरीक्षण किया, जहां पर पंजीकृत 38 बच्चों में मात्र 9 बच्चे उपस्थित मिले, इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकर्तीं रंजना एवं सहायिका फूला देवी को निर्देशित किया कि बच्चों की उपस्थिति ज्यादा से ज्यादा कराएं, वहीं उन्होंने बच्चों का वजन भी कराया तथा वजन मशीन के टांगे जाने कि सही व्यवस्था ना होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी को संपूर्ण व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं, आंगनवाड़ी केंद्र में एक बच्चा लाल श्रेणी पर पाया गया जिसे जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, इसके पश्चात जिलाधिकारी ने बाढ़ चौकी चपराहट का भी निरीक्षण किया, जहां पर उन्होंने बाढ़ चौकी का फ्लेक्स बैनर लगाए जाने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से लोगों को जानकारी होगी और उन्होंने संपूर्ण व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, स्कूल में या अन्य स्थानों पर जहां बच्चों से मुलाकात हुई वहां जिलाधिकारी ने उन बच्चों को मातृत्व स्नेह के तहत उनकी कुशलता के साथ साथ उनकी शिक्षा, दीक्षा के बारे में भी जानकारी ली, जो निश्चित रूप से जिलाधिकारी की सहृदयता और वात्सल्य प्रेम का प्रतीक है, इसके पश्चात जिलाधिकारी ने मां मुक्तेश्वरी माता के दर्शन करने के उपरांत यमुना नदी के घाट का भी निरीक्षण किया तथा वहां पर घटनाओं के दृष्टिगत जलकुंड क्षेत्र पर वेरीकैटिंग एवं रेड क्रॉस चिन्ह बनाए जाने के निर्देश दिए हैं, जिससे कि यहां पर कोई घटना ना हो सके। इस मौके पर उप जिलाधिकारी भोगनीपुर अजय राय, तहसीलदार, जिला सूचना अधिकारी नरेंद्र मोहन आदि उपस्थित रहे।