जिनके अस्थायी राशनकार्ड जेनरेट हुए है वह उचित दर विक्रेता से 20 जून से सम्पर्क कर प्राप्त करे राशन
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोविड-19(कोरोना) महामारी के दृष्टिगत शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में जनपद में प्रवासी/अवरूद्ध प्रवासियों के अस्थायी राशनकार्ड बनाते हुये उन्हें खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। इस कार्य हेतु जनपद में खण्ड विकास कार्यालयों तथा नगर पालिका/नगर पंचायत कार्यालयों के माध्यम से तथा राहत विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये डाटा का सर्वे कराते हुए पात्र प्रवासियों के अस्थायी राशनकार्ड बनाये गये हैं, परन्तु किसी कारणवश अगर कोई पात्र प्रवासी/अवरूद्ध प्रवासी अभी भी इस योजना का लाभ लेने से छूट गया है तथा उसका एन0एफ0एस0ए0 के अन्तर्गत किसी भी प्रकार का राशनकार्ड नहीं बना है, तो जनपद में निवासित ऐसे प्रवासी/अवरूद्ध प्रवासियों से जिला पूर्ति अधिकारी ने उपरोक्त जानकारी देते हुए अनुरोध किया है कि वे जिला पूर्ति अधिकारी राजेश कुमार सोनी 7839564647 जनपद स्तर व क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी आरती अरोरा 7839564644 जनपद स्तर पर मोबाइल नम्बरों पर तत्काल सम्पर्क कर अपना पूर्ण विवरण दर्ज कराकर अपना अस्थायी राशनकार्ड बनवा सकते हैं है।
Jan Saamna Office
इच्छुक मान्यता प्राप्त संस्थाए ‘‘ओ‘‘ लेवल एवं सी0सी0सी0 के प्रशिक्षण के लिए करे आवेदन
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। शासन के निर्देशों के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में अन्य पिछड़े वर्ग के बेरोजगार युवक/युवतियों के लिए संचालित ‘ओ‘ लेवल एवं सी0सी0सी0 कम्प्यूटर प्रशिक्षण योजना के संचालन हेतु भारत सरकार की अधिकृत संस्था निलीट से मान्यता प्राप्त संस्थाओं के चयन हेतु समय सारिणी निर्गत की गयी है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए जिला पिछडा वर्ग कल्याण अधिकारी गिरिजा शंकर सरोज ने बताया कि पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग उ0प्र0 की वेबसाईट backwardwelfare.up.nic.in पर दिये गये लिंक http://obccomputertraining.
समाज में आज भी है सामन्तवाद का दबदबा
हमें समाज में आज भी सामन्तवादी झलक देखने को मिलती है। शादी विवाह या संबध हैसीयत के हिसाब से नहीं होता बल्कि व्यवहार से होता है, पर क्या यह व्यावहारिक है..?
हमारे यहां प्राचीन काल से ही माता-पिता अपने पुत्र-पुत्री को एक नया संसार बसाने में मदद करने के लिए अपनी ओर से सहायता देते आए हैं। यह एक स्वाभाविक मानव इच्छा होती है जिसके कारण लोग अपने बच्चों के प्रति स्नेह और अपनी आर्थिक क्षमता के अनुरूप उन्हें भेंट देते हैं।
कहा जाता है कि आजादी के इन सत्तर सालों में भारत ने बहुत प्रगति की है, लेकिन क्या इस प्रगतिशील देश में महिला की स्थिति में कुछ बदलाव आया है…?
एक ओर तो नारी सेना, प्रशासनिक सेवाओं, राजनीति और न जाने कहां-कहां कदम रख रही है और दूसरी ओर, दहेज के लोभी महिषासुर उसी नारी को जिन्दा जला डालते हैं। उपभोक्तावाद के इस दौर ने क्या विवाह को एक मण्डी नहीं बना दिया है जहां हर कोई अपनी बोली लगवाने के लिए सजा-धजा खड़ा है?
चीन के खिलाफ डिप्लोमैटिक सर्जिकल स्ट्राइक की माँग हुई तेज
भारत-चीन झड़प में भारत के २० जवानों की शहादत ने पूरे देश में भूचाल ला दिया है। देश का हर नागरिक चीन से बदला चाहता है। सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर बस एक ही बात की गूँज सुनाई पड़ रही है कि अब चीन के खिलाफ भी डिप्लोमैटिक सर्जिकल स्ट्राइक होना ही चाहिए। चीन ने हर बार की तरह बुजदिल माफिक इस बार भी पीठ में छूरा घोपने का काम किया है उसकी इस नापाक हरकत का जवाब अब भारत सरकार को जरूर देना चाहिए। चीन की हरकतों के मद्देनजर अब वक्त आ गया है कि चीन के खिलाफ अब आर-पार जरूरी, हालांकि इस पर जल्दबाजी में कोई फैसला लेना गलत होगा। इस पर गहन विचार-विमर्श के बाद ही कोई कार्रवाई की जाए ताकि आने वाले समय में भारत को कोई भी आँख दिखाने से पहले हजार बार सोचे। लद्दाख के गलवान घाटी में चीन की घिनौनी करतूत उड़ी-पुलवामा से कहीं ज्यादा संगीन है।
हालांकि इस घटना के बाद केंद्र सरकार के बयान “हम किसी को उकसाते नहीं हैं मगर हमें कोई उकसाए यह हमें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं, हम इसका जवाब देने में पूर्णतः सक्षम हैं ” को देखते हुए ऐसा लगा जैसा फरवरी २०१९ में पुलवामा आतंकी हमले के बाद आया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने पड़ोसियों के साथ सहयोग और मित्रता का भाव रखते हैं मगर जब भी मौका आया है हमनें अपनी अखंडता और संप्रभुता के लिए अपनी शक्ति का प्रदर्शन भी किया है यह १९६२ का भारत नहीं !
एक कटु सत्य-चेहरे की सुंदरता से ही नहीं चलती ज़िन्दगी
जिंदगी में सुंदरता के अलावा भी और बहुत सारा कुछ है, जिसके जिन्दगी में होने से ही जिंदगी का कोई मर्म निकलता है, कोई सार समझ में आता है।
सौंदर्य की जब बात छिड़ती है तब स्त्रियाँ याद आती हैं और स्त्री की बात जहाँ आती है, उसके सौन्दर्य की चर्चा स्वत: जुड़ जाती है। मानो, स्त्री सौंन्दर्य का पर्याय है, लेकिन अब वक्त बदला है।
हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी पैठ बनाई है। आज की नारी अपने सौंन्दर्य से ज्यादा अपनी योग्यता और काबिलियत की प्रशंसा सुनना अधिक पसंद करती है, क्योंकि अब सुन्दरता के मायने बदल गए हैं। सच भी है, अब नारी सिर्फ श्रृंगार की व्याख्या बन उसमें ही सिमट कर रहना नहीं चाहती।
वैसे सुंदरता के मापदंण्ड क्या हैं…??
यदि स्त्री को अन्तर्दृष्टि से देखो तो दुनियां की हर एक स्त्री सुंदर है… विशेष है। मैं तो समझती हूँ सौंन्दर्य की प्रतियोगिता जीतने वाली स्त्री जितनी सुंदर है, एक श्रमिक नारी भी, जिसके हाथ मिट्टी से सने और चेहरे पर धूल की परत होती है,, उतनी ही सुंदर है।
संसार का हर मनुष्य जन्म से लेकर वृद्ध अवस्था तक स्त्री के कईं रूप और स्वरूपों, यथा माँ, बहन, बीबी, बेटी और मित्र के स्नेह, ममता और प्यार की छत्रछाया और संरक्षण में जीवन व्यतीत करता है,, आदमी से इंसान बनता है, तो हर रिश्ते को बखूबी निभाती वो स्त्री बदसूरत और किसी के लिए बोझ कैसे हो सकती है..??
संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की कुएं में गिर कर मौत
शिवली/कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। शिवली कोतवाली क्षेत्र के राजपुर गांव में एक युवक की कुएं में गिर कर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। युवक मंगलवार की देर रात अपने मामा के यहाँ आया था। युवक का नाम संतोष पुत्र वीरेंद्र 26 वर्ष निवासी रनिया का बताया जा रहा है। मृतक की मामी राधा ने बताया कि युवक देर रात घर आया था उसके बाद शराब अधिक पिये था घर में सबको गाली गलौज कर रहा था रात में ही घर जाने की बात कह कर वह चला घर के पास ही कुएं में गिर गया जब तक गाँव के लोगो ने उसे निकाला तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस को मामा राज बहादुर ने सूचना दी इनकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कोतवाल वीरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि शव का पंचनामा भर शव को पोस्टमार्टम भेजा गया हैं अभी तक परिजनों ने तहरीर नही दी है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही परिजनों के तहरीर पर मामला दर्ज किया जायेगा।
Read More »केवीआईसी के भारतीय ताड़ उद्योग में प्रवेश से नए रोजगारों, जैविक उत्पादों के सामने आने की संभावना
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने नीरा एवं ताड़गुड़ का उत्पादन करने के लिए एक अनूठी परियोजना आरंभ की है जिसमें देश में रोजगार सृजन की भारी संभावना है। इस परियोजना का उद्वेश्य साफ्ट ड्रिंक के विकल्प के रूप में नीरा को बढ़ावा देना तथा जनजातियों तथा पारंपरिक पाशिकों (ट्रैपर) के लिए स्व-रोजगार का सृजन करना भी है। यह परियोजना मंगलवार को महाराष्ट्र, जहां 50 लाख से अधिक ता़ड़ के पेड़ हैं, के पालघर जिले के दहानु में लांच की गई।
केवीआईसी ने नीरा निकालने एवं ताड़गुड़ बनाने के लिए 200 स्थानीय कारीगरों को टूल किट बांटे जिन्हें केवीआईसी द्वारा 7 दिनों का प्रशिक्षण दिया गया। 15,000 रुपये के मूल्य के बराबर के इस टूल किट में फूड ग्रेड स्टेनलेस स्टील कढ़ाई, परफोरेटेड मोल्ड्स, कैंटीन बर्नर्स एवं चाकू, रस्सी तथा नीरा निकालने के लिए कुल्हाड़ी जैसे अन्य उपकरण शामिल हैं। यह पहल 400 स्थानीय पारंपरिक पाशिकों को प्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध कराएगी।
कोविड-19 स्वास्थ्य लाभ की दर बढ़कर 52.8% हुई
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 के 6922 रोगियों को ठीक किया गया। अब तक कुल 1,86,934 मरीज कोविड-19बीमारी से ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य लाभ की दर (बीमारी से ठीक होने की दर) बढ़कर 52.80% तक पहुंच गई है। अभी कोविड-19 के कुल 155,227 संक्रमित मरीज चिकित्सकीय देखरेख में हैं।
सरकारी प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाकर 674 और निजी प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाकर 250 (कुल 924) कर दी गई है। इनका विवरण इस प्रकार है:
वास्तविक समय आरटी पीसीआर आधारित जांच प्रयोगशालाएं: 535 (सरकारी: 347 + निजी: 188)
ट्रूनैट आधारित जांच प्रयोगशालाएं: 316 (सरकारी: 302 + निजी: 14)
सीबीएनएएटी आधारित जांच प्रयोगशालाएं: 73 (सरकारी: 25 + निजी: 48)
पिछले 24 घंटों में 1,63,187 नमूनों का परीक्षण किया गया। इस प्रकार अब तक जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 60,84,256 हो गई है।
रक्षा मंत्री ने सीडीएस, तीनों सेना के प्रमुखों के साथ लद्दाख सीमा पर स्थिति की समीक्षा की
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुबह साउथ ब्लॉक में बैठक कर लद्दाख सीमा पर स्थिति की समीक्षा की। इस बैठक में चीफ ऑफ़ डिफेंस स्टाफ और सैन्य मामलों के सचिव जनरल बिपिन रावत,थल सेनाध्यक्ष जनरल एम. एम. नरवणे, नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह और वायु सेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया ने भाग लिया।
बैठक के बाद एक ट्वीट में रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने सीमा संघर्ष में जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त किया और कहा कि गलवान घाटी में हमारे जवानों की शहादत काफी परेशान करने वाला और दर्दनाक है। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों ने सीमा पर तैनाती के दौरान अपने कर्तव्य पालन में अनुकरणीय साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं को कायम रखते हुए देश की सीमा की सुरक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है।
मण्डलायुक्त ने प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के दृष्टिगत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की
समन्वय बनाकर प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु कार्ययोजना तैयार करें-मण्डलायुक्त
प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। मण्डलायुक्त प्रयागराज आर0 रमेश कुमार ने गांधी सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ प्रवासी श्रमिकों को रोजगार से जोड़ने के सम्बंध में बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से विभिन्न प्रदेशों से आये मजदूरों को उनके कार्यस्थल पर ही रोजगार उपलब्ध कराने हेतु कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्किल्ड एवं नाॅन स्किल्ड मजदूरों को उनके योग्यता के अनुसार शासन की मंशा के अनुरूप जितना जल्द हो सके कार्य मुहैया कराया जाये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि नगर निगम, सेवायोजन कार्यालय, पंचायत विभाग समन्वय बनाकर कार्ययोजना तैयार करें, जिससे कि प्रवासी मजदूरों को तत्काल रोजगार से जोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि इस लाॅकडाउन की वजह से जो रोजगार की समस्या उत्पन्न हुई है, उसे हमको और आपको मिलकर हल करना है।