जुलाई के पहले नहीं खुलेंगे स्कूल, खाद्यान्न खराब होने की सम्भावना
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कोरोना वैश्विक महामारी के कारण प्रत्येक गांव, कस्बों व शहरों में हजारों लोग भुखमरी के शिकार हो गये हैं। ऐसे में सरकार हरसम्भव मदद का प्रयास कर रही है लेकिन फिर भी काफी और बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।
कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कानपुर देहात में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत गणेश श्रीवास्तव ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त को पत्र लिखकर एक महत्वपूर्ण सुझाव दिया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि जिले के सभी परिषदीय विद्यालयों में एमडीएम योजना का खाद्यान्न गेहूं, चावल काफी मात्रा में भरा पड़ा है। लगभग सभी विद्यालयों में जरूरत से ज्यादा खाद्यान्न रखा हुआ है। वैश्विक महामारी होने के कारण प्रधानमंत्री जी के निर्देशानुसार समस्त विद्यालयों को बंद कर दिया है।
Jan Saamna Office
चौथे चरण में हॉटस्पॉट तक सीमित किया जा सकता है लॉकडाउन
प्राथमिक स्कूलों की शिक्षक भर्ती परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी चयन को लेकर बेचैन
भर्ती परीक्षा व शैक्षिक गुणांक बेहतर तो 69000 वैकेंसी में शिक्षक बनना तय- राजेश बाबू कटियार
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। प्राइमरी स्कूलों की 69,000 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले सभी अभ्यर्थी यह जानने को बेकरार हैं कि आखिर शिक्षक बनाने वाला गुणांक क्या होगा। वजह जो अभ्यर्थी पहले शैक्षिक अंकों को लेकर इतराते थे उन्हें भर्ती की परीक्षा में अपेक्षित अंक नहीं मिले हैं। वहीं एकेडमिक प्रदर्शन जिनका औसत रहा है उनमें से कई भर्ती में अच्छे अंक पा गये हैं। दोनों तरह के अभ्यर्थी शिक्षक बन सकेंगे वे पूरे मन से नहीं कह पा रहे हैं क्योंकि भर्ती परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों की तादाद दोगुने से अधिक है। भर्ती में अभी खूब उलटफेर देखने को मिलेगा।
नई देशी शराब ठेका खोलने के विरोध में महिलाओं ने दुकान के बाहर धरना प्रदर्शन किया
कानपुर नगर, जन सामना संवाददाता। थाना चकेरी अंतर्गत काशीराम हॉस्पिटल के सामने शिव कटरा मोड़ पर नई देशी शराब ठेका खोलने के विरोध में महिलाओं और क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों ने विरोध दर्ज कराते हुए कोई कार्यवाही ना होने के चलते क्षेत्रीय लोगों ने आज सुबह से ही शराब की दुकान के बाहर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। नई दुकान ना खोलने की मांग करी क्षेत्र की महिलाओं ने कहा देसी शराब की नई दुकान जहां खोली जा रही है। वह घनी आबादी का क्षेत्र है जहां पर महिलाओं बच्चों का लगातार आवागमन रहता है कई प्रतिष्ठित मंदिर अगल बगल में है। काशीराम हॉस्पिटल ठीक सामने हैं कोरोना का संकट काल पहले ही हम सब पर कहर बरपा रहा है और अब शराब का ठेका सामने आ गया है। ठेका खुलने से क्षेत्र में बहुत गंदगी और अराजकता का माहौल हो जाएगा जो यहां के रहने वालों के लिए बड़ा ही घातक साबित होगा। वही क्षेत्र के संभ्रांत लोगों और महिलाओं ने कड़ी चेतावनी देते हुए ठेका ना खोलें की मांग की है और कहा कि अगर यहां ठोका खोला गया तो इसका कड़ा विरोध करने को बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस और जिला प्रशासन की होगी।
Read More »मजदूरों के अधिकारों को छीन शोषण को बढ़ावा दे रही सरकार
श्रम कानून का निलम्बन और 8 से बढाकर 12 घण्टे काम करने के प्रस्ताव पर भङके श्रमिक संगठन बोले
यूपी समेत देश के कई राज्यों ने किया श्रम कानून में बदलाव
उद्योगपतियों को सहूलियत के लिए मजदूरी की बदहाली पर उतरी सरकार
पंकज कुमार सिंह-
कानपुर। कोविड-19 की महामारी के दौर में जिन्दगी की जंग लङ रहे गरीब मजदूरों पर सरकार ने रहम की जगह उनके शोषण के रास्ते तैयार कर दिए हैं। इनके लिए देश के उत्तर प्रदेश सहित गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा आदि राज्यों ने श्रम कानून में बदलाव कर बहुत से नियमों को आगामी तीन साल के लिए निलम्बित कर दिया है। ऐसे में सरकार ने उद्योगपतियों को उन जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जिसमें मजदूरों के हितों को दृष्टिगत रखते हुए कानूनन उन्हें माननी पङती थी। उद्योगपतियों का मजदूरों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना कानूनन दायित्व रहा है लेकिन अब ऐसा नहीं रहेगा। सरकार ने हवाला दिया है कि श्रम कानून में बदलाव से प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए दरबाजे खोल दिए है। चीन, ताईवान जैसे देशों की कंपनियों को यह बदलाव रास आएंगे। मसलन मजदूरों के हितों पर चाबुक चलाकर उद्योगपतियों को सहूलियतें दी जाएंगी। दरअसल, कई राज्यों ने अपने यहां श्रमिकों के लिए कामकाज के घंटे को 8 से बढ़ाकर 12 घंटे कर दिया है। गत शनिवार को यूपी सरकार द्वारा जारी अध्यादेश में यह स्पष्ट प्रतीत होता है कि श्रमिक हित के पर्यवेक्षण के लिए कोई भी श्रम अधिकारी उद्योंगों के दरबाजे 3 साल तक नहीं जाएगा। श्रमिक संगठनों का कहना है कि जब पूरा देश कोविड-19 की महामारी से जूझ रहा है तो पहले से ही मुसीबतों के बोझ तले दबे गरीब मजदूरों को राहत देने के बजाय भाजपा सरकारें कोरोना संकट की आड़ में उन्हें उनके ही अधिकारों से वंचित कर रही हैं।
शोभन सरकार ब्रह्मलीन श्रद्धालुओं में शोक की लहर
शिवली/कानपुर देहात, जितेन्द्र कुमार। महंत श्री शोभन सरकार के ब्रह्मलीन की खबर फैलते ही हजारों की तादाद में पहुचे श्रद्धालु। श्रद्धालुओ में शोक की लहर। शोभन सरकार के श्रद्धालु बिलख बिलख कर रो रहे थे वही उनको किसी तरह समझा कर मंदिर प्रशासन शांत कराने में लगा था। वही प्रशासन की एक भी बात नहीं मान रहे थे श्रद्धालु। आपको बता दे कि उन्नाव में एक हजार टन सोने की खजाने की भविष्यवाणी करने वाले महंत शोभन सरकार ब्रह्मलीन में लीन उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के गांव डोडिया खेड़ा 1000 टन सोने के भंडार की भविष्यवाणी करने वाले बाबा शोभन सरकार का देहांत हो गया। महेंद्र स्वामी विरक्तानंद महाराज उर्फ शोभन सरकार बुधवार सुबह ब्रह्मलीन हो गए। शोभन सरकार के निधन से भक्तों में शोक की लहर है। कानपुर और आसपास के जिलों में उनके भक्त शिवली स्थित आश्रम पहुंचने लगे। शोभन सरकार ने वर्ष 2013 में उन्नाव जिले के डोडिया खेड़ा गांव में राजा राव रामबख्स के खंडहर हो चुके महल में 1000 टन सोने का भंडार होने का सपना देखा था। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों ने महल पर कब्जा कर राजा राव रामबख्श को फांसी दे दी थी। महल के भूगर्भ में हजारों टन सोना दबा है इसके बाद एएसआई ने 2013 अक्टूबर राजा राव रामबख्श के खंडहर महल में खुदाई शुरू कराई जियोलॉजिकल ऑफ इंडिया ने एएसआई को 29 अक्टूबर को रिपोर्ट दी थी। कि महल के नीचे सोना चांदी या अन्य धातु दबी हो सकती है करीब 1 महीने तक चली खुदाई का काम 19 नवंबर 2013 को पूरा हुआ इस काम में प्रदेश के 2.78 लाख रुपये खर्च हो गए। लेकिन सोना का भंडार ना मिलने पर खुदाई को रोक दिया गया था।
Read More »प्रधानमन्त्री का आत्मनिर्भर भारत अभियान
अदृश्य विषाणु कोरोना ने पूंजीवाद की अन्धी दौड़ में बेतहाशा भाग रहे विश्व की रफ़्तार पर जिस तरह से अचानक ब्रेक लगाया है, उससे बड़े-बड़े देशों का आर्थिक ढांचा पूरी तरह से चरमरा गया है| विश्व का प्रत्येक विकसित और विकासशील देश अपनी आर्थिक विकास की रणनीति पर नये सिरे से विचार करने लगा है| 12 मई को प्रधानमन्त्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी ने दूरदर्शन के माध्यम से देश को सम्बोधित करते हुए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की| मोदी के अनुसार इस धन के माध्यम से भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया जायेगा| देश को आत्मनिर्भर बनाने की बात तो आजादी के समय से ही रही है और इन तिहत्तर सालों में इसके लिए रणनीतियां भी अनगिनत बार बनायीं गयीं| परन्तु परिणाम लक्ष्य से सदैव दूर ही रहा| प्रधानमन्त्री की घोषणा के मुताबिक इस बार की रणनीति सबसे अलग होगी| पूरे भाषण में उनका जोर स्थानीय शब्द पर रहा| उन्होंने लोकल के लिए वोकल का मन्त्र देते हुए स्थानीय स्तर पर देश को आर्थिक दृष्टि से मजबूत करने पर विशेष बल दिया|
Read More »राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु इच्छुक दिव्यांग व्यक्ति/संस्था 05 जुलाई तक करें आवेदन
प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, प्रयागराज नंद किशोर याज्ञिक ने बताया है कि 03 दिसम्बर, 2020 को विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर विभिन्न श्रेणी के राष्ट्रीय पुरस्कार भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, नई दिल्ली द्वारा दिये जायेंगे। राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग कर्मचारी/स्वनियोजित, सर्वश्रेष्ठ नियोक्ताओं तथा प्लेसमेन्ट अधिकारी या एजेन्सी, दिव्यांग व्यक्तियों के निमित्त कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति तथा संस्था, प्रेरणास्रोत, दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन सुधारने के निमित्त सर्वश्रेष्ठ अनुप्रयुक्त अनुसंधान या नवप्रवर्तन या उत्पाद विकास, दिव्यांग व्यक्तियों के लिए बाधामुक्त वातावरण के सृजन में उत्कृष्ट कार्य के लिए, पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने में सर्वश्रेष्ठ जिले के लिए, राष्ट्रीय दिव्यांग वित्त और विकास निगम की सर्वश्रेष्ठ राज्य चेैनेलाइजिंग एजेंसी, सृजनशील वयस्क दिव्यांग व्यक्ति, उत्कृष्ट सृजनशील दिव्यांग बच्चें, सर्वश्रेष्ठ ब्रेल प्रेस, सर्वश्रेष्ठ सुगम्य बेवसाइट, सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग खिलाड़ी श्रेणिया निर्धारित है।
Read More »उत्कृष्ट दिव्यांग व्यक्ति/संस्थान राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु 15 जुलाई तक करें आवेदन
प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। 03 दिसम्बर, 2020 को विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्यरत उत्कृष्ट दिव्यांग व्यक्तियों/संस्थाओं को राज्य स्तरीय पुरस्कार हेतु विभिन्न श्रेणी के अंतर्गत आवेदन पत्र माॅगे गये हैं, जिनमें दक्ष दिव्यांग कर्मचारी/स्वनियोजित दिव्यांगजन के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार, दिव्यांगजन हेतु सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता तथा सर्वश्रेष्ठ प्लेसमेंट अधिकारी या एजेंसी के लिए सेवायोजकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार, दिव्यांगजन के निमित्त कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति तथा सर्वश्रेष्ठ संस्था के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार, प्रेरणास्रोत हेतु राज्य स्तरीय पुरस्कार, दिव्यांगजन के जीवन सुधारने के निमित्त सर्वश्रेष्ठ नवीन अनुसंधान या उत्पाद विकास के लिये राज्य स्तरीय पुरस्कार, दिव्यांगजन हेतु बाधामुक्त वातावरण के सृजन हेतु सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार, दिव्यांगजन को पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने वाले सर्वश्रेष्ठ जिला के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ सृजनशील दिव्यांग वयस्क व्यक्तियों एवं सर्वश्रेष्ठ बालक/बालिका हेतु राज्य स्तरीय पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ ब्रेलप्रेस के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार, दिव्यांगजन के लिए सर्वोत्तम अनुकूल वेबसाइट हेतु राज्य स्तरीय पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग खिलाडियों के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार, दिव्यांगजन के सशक्तीकरण हेतु कार्यरत अधिकारी/कर्मचारी के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार सम्मिलित है।
Read More »उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल ने बनाया रिकॉर्ड : एक दिन में किया 30 करोड़ रुपये का भुगतान
डाक विभाग का महाअभियान : उत्तर प्रदेश में एक दिन में 2.74 लाख लोगों को 30 करोड़ रूपये से अधिक की राशि घर बैठे प्रदान की गई
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। लॉक डाउन में लोगों को घर बैठे उनके दरवाजे पर पैसे निकालने की सुविधा देने के क्रम में डाक विभाग ने उत्तर प्रदेश में 11 मई को आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम का महाअभियान चलाकर एक दिन में 2.74 लाख लोगों को लाभान्वित किया। इसके तहत 30 करोड़ रूपये से अधिक की राशि लोगों को घर बैठे प्रदान की गई। इसी के साथ उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल ने पूरे भारत में एक दिन में सर्वाधिक लोगों को भुगतान करने का रिकॉर्ड बना लिया। विपदा के इस दौर में डाक विभाग की इस पहल को काफी सराहना मिल रही है।
उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि आईपीपीबी के माध्यम से डाक विभाग डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक द्वारा घर-घर जाकर किसी भी बैंक से पैसा निकाल कर ग्राहकों को उपलब्ध करा रहा है। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत भेजी गई रकम भी घर बैठे लोग डाकिया के माध्यम से निकाल पा रहे हैं।