हमीरपुर। आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक किसान ने खेत पर ही पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बीते दिनों हुई बारिश व ओलावृष्टि से किसान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी थी। जिसकी वजह से वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। अब जब उसने सरसों की फसल की थ्रेशिंग कराई तो फसल की उपज देख उसे गहरा आघात लगा जिसे वह सहन नहीं कर सका।
मामला सुमेरपुर थाना क्षेत्र के बांकी गांव का है। यहां 62 वर्षीय किसान अंजनी कांत फसल की उपज देख जिंदगी की जंग हार गया है। दरअसल बारिश और ओलावृष्टि से किसान की फसल बर्बाद हो चुकी थी। जिसको लेकर वह बीते चार पांच दिनों से काफी तनाव में था। फसल खराब होने के चलते उसे कर्ज चुकाने और नातिन की शादी की चिंता अंदर ही अंदर खाए जा रही थी। बीते दिनों हुई असमय बारिश ने उसके अरमानों पर पानी फेर दिया और वह फसल बर्बाद होने का दंश नहीं झेल सका। फिलहाल घटना की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले में विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतक के भतीजे मनोज ने बताया कि चाचा अंजनी कांत फसल खराब होने से परेशान रहते थे। ऐसे में कुछ कर्ज और घर में होने वाली शादी की चिंता उन्हें परेशान किए थी। शुक्रवार को उन्होंने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। गांव के ही सिद्ध गोपाल और ब्रजेन्द्र ने बताया की अंजनी कांत सामाजिक इंसान था। जिसपर कुछ कर्ज तो था ही। नातिन की शादी भी उसे करनी थी जिसको लेकर वह परेशान था। सरसों की फसल की थ्रेशिंग कराई तो पैदावार बहुत कम निकली। जिसकी वजह से उसे गहरा सदमा लगा और उसने आत्महत्या कर ली।