कानपुर। टाटमिल के पास अवैध ढंग से संवालित निजी बस अड्डा को हटवाने के लिए अचानक विभाग जाग उठा था और यहां मार्च में फोटोग्राफी कराई गयी थी। इसके साथ ही यह भी सामने आया था कि अन्य व बस टेंपों स्टैंडों पर भी विभाग कार्यवाई करेगा, लेकिन सत्यता यह है कि आज शहर के हर ओर अवैध बस स्टैण्ड और प्रावइेट वाहन स्टैण्ड बने हुए है। चाहे वह रामादेवी चौराहा हो, फजलगंज चौराहा हो या फिर रावतपुर, कल्याणपुर हो। हर तरफ अवैध प्राइवेट वाहन के अवैध अड्डे बने हुए है, जिन्हे कहीं न कहीं स्थानीय थाने का भी संरक्षण प्राप्त है।
यदि बात करे रामादेवी चौराहे की तो यहां फतेहपुर रोड और लखनऊ रोड की तरफ अवैध रूप से प्राइवेट वाहन का अड्डा बना हुआ है। दजर्नाे कारे फतेहपुर और बीच में पडने वाले गांवों तक की सवारियों को भरती है। आलम यह कि रास्तें में जाम लगा रहा है। तो लखनऊ मार्ग पर भी यही हाल है। रावतपुर व कल्याणपुर में भी अवैध प्रावइेट वाहनों का जमावडा लगा रहा है फजलगंज में अराजकता का आलम यह है कि प्राइवेट बसें खडे होकर दिल्ली, हरियाण, राजस्थान, नोएडा आदि स्थानों के लिए सवारियां भरती है। पूर्व में कई बार अखबारों में खबरें भी प्रकाशित हुई लेकिन प्रशासन ने कार्यवाही नही की। फजलगंज प्राइवेट बसों का गढ बन चुका है। यह बसें शाम को कतारबद्ध तरीके से फजलगंज विजय नगर चौराहे पर खडी हो जाती हैं। सरकारी बसों से इनमें सुविधायें भी ज्यादा होती है साथ ही घर बैठे बुकिंग सेवा और सामान ले जाने की सुविधा अलग। इतना ही नही बाहर से आने वाला व्यापारी भी इन्ही बसों की सेवा लेता है और अपना थोडा-बहुत माल इन्ही बसों के माध्यम से ले जाता है। शहर में चल रहे तमाम अवैध बस और प्रावइेट वाहन अड्डे बन चुके है। ऐसा भी नहीं कि विभागों की जानकारी में न हो लेकिन कोई भी कार्यवाही नही होती। जब कभी कोई शासनिक दबाव या मीडिया में खबर आती है तो कुछ समय के लिए विभाग में चैतन्यता आ जाती है लेकिन फिर स्थिति पहले जैसी हो जाती हैं। हर जगह स्थानीय थानापुलिस की ऐसे अवैध अड्डों को सरंक्षणता प्राप्त रहती है। रामादेवी चौराहे पर प्राईवेट वाहनों से लेकर आटो और ई-रिक्शा वालों से प्रतिदिन के हिसाब से पुलिस वसूली करती है। यही हाल लगभग हर अवैध बस प्रावइेट वाहन स्टैण्ड का है। अवैध बस वालों की दबंगई इतनी कि यह विभागीय अधिकारियों से भी भिड जाते है। कुछ दिन पहले ही टाटमिल के पास बंगला नम्बर 116 के पास अवैध बस अडडे के संचालन की शिकायत पर रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक लव सिंह तथा रूकरकटी बसे अडडे के यातायात अधीक्षक केके आर्य जब जांच के लिए मौके पर पहंचे तो वहां संचालक व उसके गुर्गों अधिकारियों से भिड गये थे और उनपर पत्थर तक तान दिया था। वहीं यातायात अधीक्षक का कहना है कि अवैध तरीके से काम करने वालों को कतई बख्शा नही जायेगा, अवैध बस अडडों को हटाया जायेगा साथ ही पूरे शहर में अवैध रूप से संचालित अवैध बस अडडों को लेकर पत्र भी लिखेंगे तथा इसके विरूद्ध अभियान चालने की बात कही थी।
Home » मुख्य समाचार » खूब फलफूल रहे हैं शहर के चारों कोनो पर प्राइवेट बसों व प्राइवेट वाहनों के अवैध अड्डे!