राजीव रंजन; नाग नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अडानी मामले पर किए गए ट्वीट को लेकर उन पर हमला तेज कर दिया है। सिंधिया ने कहा कि साफ है कि अब आप एक ट्रोल तक सीमित हो चुके हैं। मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाने और मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के बजाय इन तीन प्रश्नों का जवाब क्यों नहीं देते?
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूछा कि पहला सवाल पिछड़े वर्ग को लेकर अपने अपमानजनक बयान के लिए माफी क्यों नहीं मांगते? उल्टा कहते हैं कि आप सावरकर जी नहीं हैं, माफी नहीं माँगेंगे। देश सेवक का अपमान और इतना अहंकार। दूसरा सवाल जिस न्यायालय पर कांग्रेस ने सदैव ऊंगली उठाई, आज अपने स्वार्थ हेतु उस पर दबाव क्यों बना रहे हैं?
सिंधिया ने तीसरा सवाल पूछा कि आपके लिए नियम अलग क्यों हों? अपने आप को क्या आप फर्स्ट क्लास नागरिक मानते हैं? आप अहंकार में इस कदर ग्रस्त हैं कि शायद इन सवालों की महत्ता भी आपकी समझ से परे है। इससे पहले भी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला किया था।
सिंधिया ने इस बार आअपने पुराने सखा राहुल गांधी पर पूरी ताकत से हमला किया। उन्हें अडानी पंक्ति से जोड़ने के लिए उन्हें ‘ट्रोल’ करार दिया। सिंधिया श्री गांधी के उस ट्वीट का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने (राहुल) कांग्रेस के पूर्व नेताओं पर निशाना साधा था, जिन्होंने या तो भाजपा का पक्ष लिया या भव्य पुरानी पार्टी के साथ दशकों पुराने संबंध तोड़ लिए – गुलाम नबी आज़ाद, अनिल एंटनी, हिमंत बिस्वा सरमा, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण कुमार रेड्डी। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के पास कोई विचारधारा नहीं रह गई है। कांग्रेस के पास अब सिर्फ एक विचारधारा रह गई है जो देशद्रोही की है। ऐसी विचारधारा है जो देश के खिलाफ काम करती है। उन्होंने मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी को ‘विशेष उपचार’ देने के लिए कांग्रेस की आलोचना की थी।
सिंधिया ने पार्टी पर न्यायपालिका पर दबाव बनाने और प्रासंगिक बने रहने के लिए हर संभव प्रयास करने का आरोप लगाया था। केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि इस पार्टी ने पिछड़े वर्गों का अपमान किया है और हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी का सबूत मांगा है। सिंधिया जिन्हें कभी राहुल गांधी का करीबी माना जाता था, उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व के साथ मतभेद के बाद पार्टी छोड़ दी और 2020 में बीजेपी में शामिल हो गए थे।
श्री सिंधिया ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘यह स्पष्ट है कि अब आप ट्रोल होने तक सीमित हैं।’ कभी श्री गांधी के विश्वासपात्र रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस नेता से ‘निराधार’ आरोप लगाने और मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के बजाय उनसे पूछे गए तीन सवालों का जवाब देने को कहा।
श्री गांधी ने कांग्रेस के पूर्व नेताओं पर कटाक्ष किया था और पूछा था, ‘वे सच्चाई छिपाते हैं, इसलिए वे हर रोज गुमराह करते हैं! सवाल वही रहता है – अडानी की कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये का बेनामी पैसा किसका है?’
श्री सिंधिया ने पलटवार करते हुए कहा, ‘आप पिछड़े वर्गों के बारे में अपने अपमानजनक बयान के लिए माफी क्यों नहीं मांगते? इसके बजाय, वह कहते हैं कि वह वीर सावरकर नहीं हैं और माफी नहीं मांगेंगे।’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सावरकर की दया याचिका का मुद्दा उठाकर लगातार उन पर निशाना साधा है। उनका ताजा हमला पिछले महीने लोकसभा से उनकी अयोग्यता के बाद आया जब उन्होंने कहा, ‘मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते।’