चकिया; चन्दौली। अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर चकिया ब्लाक मुख्यालय पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित 10 सूत्रीय ज्ञापन भेजा गया तथा सभा की गई।
सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कामरेड पासवान ने कहा कि देश भर में खेत मजदूरों, ग़ामीण गरीबों की हालत बहुत खराब है। कार्य दिवस सहित मजदूरी भी घट गई है । ऊपर से मंहगाई जानलेवा हो गई है। अब तक देश में किसान आत्महत्या कर रहे थे, लेकिन हाल ही में संसद में पेश हुई एक रिपोर्ट के अनुसार सन् 2019 से 20 22 के बीच 4243 दिहाड़ी मजदूरों ने आत्महत्या की है। दिहाड़ी मजदूर, ग़ामीण मजदूरों का ही हिस्सा होते हैं। इनकी माली हालत ठीक करने एवं श्गरीमामय जीवन श् जीने की संवैधानिक अधिकार की गारंटी के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
भाकपा (माले) चकिया ब्लॉक सचिव कामरेड विजई राम ने कहा की बुलडोजर राज पर तत्काल रोक लगाया जाए दशकों से जिस जमीन पर गरीब बसे हैं उनको मालिकाना हक दिया जाए, बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए घरों को ना गिराया जाए। घर के अधिकार को मौलिक अधिकार बनाया जाए। अनधिकृत बाशिंदों का सर्वे कराकर नया गृह कानून बनाया जाए।इंकलाबी नौजवान सभ जिला कौंसिल सदस्य कामरेड रमेश चौहान ने कहा की न्यूनतम मजदूरी दर कानून बनाया जाए और उसे प्रभावी तरीके से लागू किया जाए । अकुशल श्रमिकों के लिए केंद्रीय न्यूनतम श्रम कानून के मुताबिक 429 रुपये दैनिक मजदूरी घोषित किया जाए ।केंद्रीय कानून के अनुसार राज्य द्वारा मनरेगा मजदूरों को 429 रुपये/दैनिक न्यूनतम मजदूरी दिया जाए । डिजिटल उपस्थिति हस्ताक्षर बंद किया जाय।
धरना प्रदर्शन में गिरजा चौहान देवकी चौहान कन्हैया राम किशुन बनबसी, हिफाजत अली, आशीष राम शंकर राम, सरिता, रमा देवी, लक्ष्मीना सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।
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