राजीव रंजन नाग; नई दिल्ली। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर काउंटडाउन शुरू हो गया है। राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान होगा। इससे पहले सभी पार्टियां युद्ध स्तर पर चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। बड़े-बड़े दिग्गज नेता अपने दलों के लिए ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं और एक दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं. कर्नाटक में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस में नजर आ रहा है, लेकिन जेडीएस को भी कोई हल्के में नहीं आंक सकता।
ऐसे चुनावी माहौल में कर्नाटक के लोगों की राय जानने के लिए सी-वोटर ने एबीपी न्यूज़ के लिए ये फाइनल ओपिनियन पोल किया है। इस सर्वे में सवाल किया गया कि क्या लगता है कर्नाटक में कौन जीतेगा ? ओपिनियन पोल में शामिल लोगों में से 44 प्रतिशत लोगों ने कांग्रेस का नाम लिया। जबकि 32 प्रतिशत बीजेपी से साथ नजर आए। वहीं 15 प्रतिशत ने जेडीएस, 4 प्रतिशत ने त्रिशंकू, 2 प्रतिशत ने अन्य और 3 प्रतिशत ने पता नहीं कहा।क्या लगता है कौन जीतेगा?
बीजेपी-32 प्रतिशत।
कांग्रेस-44 प्रतिशत।
जेडीएस-15 प्रतिशत।
त्रिशंकू- 4 प्रतिशत।
अन्य- 2 प्रतिशत।
पता नहीं- 3 प्रतिशत।
कर्नाटक में 10 मई को वोटिंग से पहले एवीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने फाइनल ओपिनियन पोल किया है। हमले लगातार लोगों का मूड जानने के लिए पिछले 12 हफ्तों में 73 हजार 774 लोगों से बात करने का दावा किया है।29 अप्रैल को पिछला ओपिनियन पोल दिखाने के बाद 6 हजार 420 लोगों की राय ली गई है. सर्वे सभी 224 सीटों पर किया गया है। इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है।
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर काउंटडाउन शुरू हो गया है। राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान होगा। इससे पहले सभी पार्टियां युद्ध स्तर पर चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। बड़े-बड़े दिग्गज नेता अपने दलों के लिए ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं और एक दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं. कर्नाटक में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस में नजर आ रहा है, लेकिन जेडीएस को भी कोई हल्के में नहीं आंक सकता।
क्या लगता है कौन जीतेगा?
उधर, इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने भी चुनावी लड़ाई में मतदाताओं के मूड को भांपने के लिए एक ओपिनियन पोल आयोजित किया है और देखें कि दक्षिणी राज्य में होने वाले चुनावों में किस पार्टी को बढ़त मिल रही है। सभी नवीनतम अपडेट के लिए बने रहें। कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। एक साल बाद होने वाल लोक सभा चुनाव से ठीक पहले यह भाजपा के लिए एक बड़ा झटका होगा।
राज्य की 224 विधानसभा सीटों में से, कांग्रेस लगभग 105 सीटें (2018 से 25 अधिक) जीत सकती है और आगामी चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है, लेकिन पूर्ण बहुमत से कम होने की संभावना है। इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी को झटका लग सकता है और वह 85 सीटें (2018 से 19 कम) जीत सकती है, जबकि जेडी (एस) 32 सीटें (2018 से 5 का नुकसान) हासिल कर सकती है।
जद (एस) पुराने मैसूर क्षेत्र में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है जनता दल (सेक्युलर) 62 सीटों वाले पुराने मैसूर क्षेत्र में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है। इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के अनुसार, जेडी-एस लगभग 28 सीटें जीत सकता है, 2018 से एक अधिक, कांग्रेस 26 सीटें जीत सकती है, जबकि बीजेपी को पिछले चुनाव से लगभग 7 सीटें 7, 8 कम मिल सकती हैं।