ऊंचाहार, रायबरेली। विश्व को अहिंसा, करुणा, दया व मानवता का संदेश देने वाले महामानव तथागत बुद्ध की जयंती के उपलक्ष में नगर में 13वां राष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जिसमें वक्ताओं ने लोगों से उनके उपदेशों के अनुसरण का आह्वान किया। समारोह का आयोजन वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आर पी मौर्य की ओर से किया गया। रविवार को नगर के शिवमंगल मौर्य इंटर कालेज में आयोजित महोत्सव में वक्ताओं ने कहा कि महात्मा बुद्ध के मानवतावादी उपदेशों को आत्मसात करके ही देश दुनिया में शांति व विकास के आयाम स्थापित किए जा सकते हैं।
बौद्ध महोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा तथागत बुद्ध की प्रतिमा पर मोमबत्ती जलाकर किया गया। मुख्य अतिथि आईएएस एकेडमी प्रयागराज के डायरेक्टर डॉ. के.डी. सिंह ने तथागत बुद्ध की जीवनी और उनके उपदेशों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि तथागत बुद्ध ने दुनिया को अहिंसा, करुणा, प्रेम व मानवता का संदेश दिया था। इनके बताये गए मार्ग पर चलकर ही विश्व में शांति की स्थापना की जा सकती है। प्रदेश कुशवाहा के प्रदेश सचिव आलोक कुशवाहा ने बताया कि बुद्ध दुनिया में ऐसे इकलौते महापुरुष रहें हैं, जिन्हें जन्म, ज्ञान और निर्वाण की प्राप्ति अलग अलग समय में प्राप्त हुई थी। उन्होंने बताया कि बुद्ध ने जाति धर्म से परे मानव मानव एक समान का संदेश दिया। राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक डॉ राधेश्याम मौर्य, भंते धम्म प्रकाश, भंते धम्म मित्र, आचार्य रामसाहिब, कवि व लेखक डॉ. अमरनाथ सिंह, रणविजय निषाद, संत दीनदयाल आदि ने अपने वाणी से तथागत बुद्ध के साथ संत कबीर के समाज सुधारवादी विचारों की बाबत विस्तार से जानकारी दी। समापन पर आयोजक डॉ. आर.पी. मौर्य ने अतिथियों व अभ्यागतों के प्रति आभार व्यक्त किया। समापन के बाद भोजन दान में लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर संत दीन दयाल साहब, साध्वी राजेश्वरी, संत सत्यानंद त्यागी, सुंदर लाल मौर्य, जितेंद्र बहादुर सिंह, सुखराम सरोज, राजेश साहू, रमेश कुमार मौर्य, जगन्नाथ प्रजापति, शिवराम मौर्य, चन्द्रभान मौर्य, रामानंद मौर्य समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।