मथुरा । लागत घटायें, उत्पादन बढायें, खेती में ऐसे संसाधन जुटायें। ये विचार शुक्रवार को वेटरनरी विवि के कृषि विज्ञान केन्द्र के सभागार में आयोजित बाजरा महोत्सव पर केवीके प्रभारी डा वाईके शर्मा ने व्यक्त किए। उन्होने कहा कि भारत की अध्यक्ष्ता में वर्ष 2023 मोटे अनाज के रुप में मनाया जा रहा है। इसका देश सर्मथन कर रहे हैं। उन्होने बाजरा, ज्वार, रागी, कगुनी, कोेदों, सावां आदि मोटे अनाज वाली फसलों के सेवन से होने वाले लाभों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देकर किसानों को लाभान्वित किया। बीपी, शुगर, मोटापा सहित कई अन्य गंभीर बीमारियों के नियत्रंण में मोटे अनाजों की अहम भूमिका बताई। कोरटेवा एग्री साइंस सीडस कंपनी के रीजनल एग्रोनोमिस्ट डा प्रवीन कुमार सिंह राजपूत ने पायनियर कंपनी के नये हाइब्रिड उत्पादों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बाजरा की 86एम 90 एवं 86 एम 94 की विशेषताएं किसानों को समझाई। जिसकी किसानों ने भी सराहना की। डा. बृज मोहन ने पूरे विश्व में हो रही मोटे अनाज की खेती का परिदृश्य किसानों को समझाया। डा रविन्द्र कुमार राजपूत ने मृदा परीक्षण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। पायनियर के क्षेत्रीय अधिकारी जोगेेन्द्र सिंह ने किसानों को मोटे अनाजों एवं बाजरा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डा. एनआर राजपूत ने बाजरा की खेती की सस्य क्रियाओं के बारे में बताया। महोत्सव की अध्यक्षता डा वाईके शर्मा ने तथा संचालन डा जोगेन्द्र सिंह ने किया। महोत्सव में कंपनी के पदाधिकारी योगेश कुमार, महाराम सिसोदिया, दीपक कुमार, प्रवेश कुमार, प्रवीन कुमार आदि ने विशेष सहयोग किया। इस अवसर पर किसान सौदान सिंह, प्रताप सिंह , सीताराम, पूरन सिंह, कप्तान सिंह, हरस्वरूप, तेजपाल, प्रधान रवि कुमार आदि किसानों ने प्रतिभाग किया।