मथुरा। गोवर्धन में लोकतंत्र सेनानी एवं ब्रजभाषा के प्रसिद्ध कवि वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार देवकी नंदन कुम्हेरिया की तीसरी पुण्यतिथि पर ब्रज साहित्य परिषद न्याय के संयोजक राधा-कृष्ण कुम्हेरिया की अध्यक्षता में पररामायणी आश्रम निकट साक्षी गोपाल मन्दिर बड़ा बाजार गोवर्धन में काव्य संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम में विभिन्न जगहों से आये कई बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों, विभिन्न भाषाओं के जाने माने कवियों और कला, संस्कृति प्रेमियों ने भाग लिया। रचनाकारों ने अपनी कविताएं प्रस्तुत कर देश भक्ति और वीर रस की कविताओं की प्रस्तुति देकर समा बांध दिया। ब्रजभाषा काव्य रचना में हास्य व्यंग्य के स्थापित रचनाकार लोकतंत्र सेनानी देवकी नंदन कुम्हेरिया के जीवन शैली पर प्रकाश डाला। चित्र छवि पर लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का संचालन ब्रज साहित्य परिषद न्यास के गोपाल प्रसाद उपाध्याय ने किया गया। काव्य संगोष्ठी में कवियों ने गीत, गजल कविताएं सुनाकर खूब वाहवाही लूटी कवि के.सी गौड़ ने कुम्हेरिया की याद में चार पंक्तियाँ सुनाने हुए कहा देवकीनंदन जी कूँ बंधन हृदय से करूं, मान या भूमि को जिन्होंने बढ़ायो हैं, ब्रज भाषा उन्नति को अनवरत लगे रहे साथ हम जैसे कूँ लिख वो लिखवायो है। बृजेश साहित्य के केंद्र बिंदु आप रहे बड़े बड़े मंचों पर सम्मान धन पायो है। वाणी के वरत पुत्र में साहित्य रस समायो हैं। वहीं अन्य कवियों ने भी अपनी अपनी मन की बात करता हूं के माध्यम से रखी। इस अवसर पर राधा कृष्ण कुम्हेरिया, गोपाल प्रसाद गोप, पुष्पा देवी, कवि राधा गोविंद पाठक, हरिबाबू, ओम मोहन मोही, अशोक अज्ञ, के.सी.गौड, नारायण सिंह,तेजवीर सिंह तेज, अनिल शर्मा, अटलराम चतुर्वेदी, रविन्द्र पाल रसिक, अनुपम गौतम आदि मौजूद रहे।