ऊंचाहार, रायबरेली। धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने ऐसी हरकत कर दी है जिससे मित्र पुलिस के चरित्र पर सवाल खड़ा हो गया है। पुलिस ने आरोपी के साथ साथ पीड़ित का भी शांतिभंग की आशंका में चालान कर दिया, पीड़ित ने पुलिसिया कार्यवाही से असंतुष्टि जाहिर की है।
बलिया जिले के रसड़ा गड़वार तहसील अंतर्गत हसौली के रहने वाले सतीश कुमार का कहना है कि वो एनटीपीसी परियोजना के अस्पताल में संविदाकर्मी के पद पर कार्यरत है। उसका यह भी कहना है कि पिछले वर्ष उसरैना गाँव निवासी अशोक कुमार यादव ने उससे सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख दस हजार रुपये लिये थे, जिसके बाद नौकरी न मिलने पर उसने पैसे मांगना शुरू किया तो उसने पैसे देने से मना कर दिया। जिसके बाद उसने कोतवाली में अशोक कुमार यादव के विरुद्ध इसी वर्ष जनवरी माह में सम्बंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया। जिसके बाद करीबन 6 महीने बीतने के बाद भी पुलिस ने मामले में कोई कार्यवाही नहीं की। शुक्रवार को उसने आरोपी को देखकर उसका पीछा किया और पीआरवी पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पीआरवी पुलिस द्वारा आरोपी व उसे लेकर थाने आ गई और शनिवार को आरोपी के साथ – साथ उसका भी शांतिभंग की आशंका में चालान कर दिया। पीड़ित ने पुलिसिया कार्यवाही से असंतुष्टि जाहिर करते हुए उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।