मथुरा। मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। किसानों की धड़कनें तेज है हालांकि धान की रोपाई कर रहे किसानों को राहत मिली है लेकिन जिस तरह का मौसम को लेकर पूर्वानुमान जताया जा रहा है, उससे किसान और अन्य लोगों को इस दौरान सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने अवगत कराया है कि निदेशक, इंचार्ज भारत सरकार पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत मौसम विज्ञान विभाग राज्य मौसम पूर्वानुमान केन्द्र लखनऊ के प्राप्त सूचना के अनुसार 10 से 13 जुलाई के मध्य में अन्य जनपदों के साथ साथ जनपद मथुरा में आंधी, मेघ, गर्जन, वज्रपात एवं वर्षा होने की सम्भावना व्यक्त की गयी हैं। जान माल की सुरक्षा के दृष्टिगत सचेत होते हुए बचाव के आवश्यक उपाय एवं आवश्यक संसाधन, व्यवस्था करें, जिससे कि किसी प्रकार की अप्रिय घटना, जन हानि से बचा जा सके। आंधी, मेघ गर्जन, वज्रपात एवं वर्षा से अपने आपको सुरक्षित करते हुए फसल, फसल की उपज को भी सुरक्षित स्थान पर रखें, जिससे किसी प्रकार के नुकसान आदि से बचा जा सके। दिशा निर्देश का अनुपालन कर प्रशासन का सहयोग करें जिसमें तेज हवा, बारिश व बिजली चमकने के समय बड़े पेड़ के निचे व कच्चे मकानों में शरण लेने से बचें। तेज हवा व बरसात के दौरान पेड़ों के निचे व कच्ची दीवारों के पास खड़े न हों । बिजली के खंभे के नीचे व पास दो पहिया व चार पहिया वाहन खड़ा न करें । बड़े होर्डिंग लगे स्थानों से दूर रहें तथा विद्युत खम्बों तार व् ट्रांसफार्मर आदि से पर्याप्त दूरी बनाये रखें। नजदीकी सुरक्षित स्थान पर शरण लें। बैटरी से संचालित मोबाइल इन्वर्टर जैसे उपकरणों को फुल चार्ज रख्खे । पशुओं को बारिश में बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर बांधे। आपात स्थिति में टॉर्च रेन कोट का प्रयोग करें। लगातार हो रही बरसात से यमुना नदी का जलस्तर लगातार उपर उठ रहा है लेकिन अभी खतरे की कोई बात नहीं है। बरसात से ताल तलैया लबालब होने लगे हैं।
नगर निगम ने लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की
यमुना के बढ़ते जलस्तर के साथ प्रशासन ने भी कमर कसनी शुरू कर दी है। मंगलवार को नगर निगम द्वारा मुनादी कराकर यमुना किनारे रह रहे लोगो को मकान खाली कर सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा गया। हालाकि इस दौरान यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते यमुना भक्तो में भारी उत्साह देखने को मिला। केशीघाट पर बड़ी संख्या में लोग स्टीमरो के माध्यम से यमुना की शहर करते नजर।