बागपत। दो दिन पहले अमरोहा के कृषि विज्ञान केंद्र, गजरौला पर प्रदेश स्तरीय आम प्रदर्शन व संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों बागपत, मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर, हापुड़, गाजियाबाद, संभल, बुलंदशहर, सहारनपुर व गौतमबुद्ध नगर के आम उत्पादक पहुंचे और 63 किस्मों के लगभग 750 नमूनों की प्रदर्शनी लगाई गयी। कृषि विज्ञान केन्द्र, बागपत के माध्यम से जनपद के 09 किसानों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सूर्य प्रताप शाही के साथ राज्यमंत्री व कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बलदेव सिंह औलख और सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ के कुलपति डॉ० के० के० सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश देश-दुनिया का पेट भरेगा क्योंकि इस राज्य से ही पूरे देश में फल, सब्जी के साथ साथ अनाज का भी सर्वाधिक मात्रा में निर्यात होता है। उन्होंने कहा कि आम के निर्यात को और चमकाने के लिए सरकार आगे कदम बढ़ा रही है। विशिष्ट अतिथि बलदेव सिंह ने कहा कि आज भारत विश्व के आम उत्पादक देशो में अकेले 22 फीसदी भागीदारी कर रहा है और आम का महत्त्व वैदिक काल से ही रहा है। प्रदेश सरकार ने हाल ही में मेरठ व सहारनपुर मंडल को फलपट्टी घोषित किया है जिसमे बागपत, मुजफ्फरनगर व अमरोहा भी शामिल है। अमरोहा में मैंगो हाउस भी बनाया जायेगा ताकि दिल्ली, गुड़गांव व फरीदाबाद जैसे जगहों की बड़ी मंडियो में हमारे यहाँ का आम पहुँच सके और अपना दबदबा बना सके। अंत में अतिथियों ने आम उत्पादकों को प्रशस्ति पत्र भी सौपें। जिसमे जनपद के रटौल निवासी हबीब खान को रटौल प्रजाति के आम का उत्कृष्ट प्रदर्शन करने हेतु और सबा चौहान को रसगुल्ला प्रजाति के आम का उत्कृष्ट प्रदर्शन करने हेतु प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उपमहानिदेशक डॉ० यू० एस० गौतम, निदेशक प्रसार डॉ० पी० के० सिंह, जिलाधिकारी अमरोहा राजेश कुमार त्यागी, कृषि विज्ञान केंद्र, बागपत से पादप सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ० शिवम सिंह व उद्यान, वैज्ञानिक अमित चौधरी समेत विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों से आये हुए अन्य वैज्ञानिक भी मौजूद रहे।