Monday, November 25, 2024
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कारागार के समय का सदुपयोग करें बंदी

⇒प्रशिक्षाणथी ऋण प्राप्त कर नया रोजगार खोलें
मथुरा। 31 जुलाई से जिला कारागार में बंदियों को ट्रेनी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें महिला बंदियों को महिला ट्रेनी तथा पुरूष बंदियों को पुरुष ट्रेनी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। फैशन, डाटा एंट्री ऑपरेटर तथा एलईडी लाइट रिपेयरिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत कारागार मथुरा के बंदियों को प्रशिक्षण दिया गया और उन्हें रोजगार के प्रति जागरूक किया। बंदियों को फैशन, डाटा एंट्री ऑपरेटर तथा एलईडी लाइट रिपेरिंग की किताब वितरण की। जिलाधिकारी पुलकित खरे तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने जिला कारागार में पाकशाला, अस्पताल तथा बंदी बैरक का निरीक्षण किया और बंदियों से समस्याओं की जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम तथा जेल निरीक्षण में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय, उपायुक्त उद्योग रामेंद्र कुमार, जिला कारागार अधीक्षक ब्रजेश कुमार, जेलर शिवानी यादव तथा ट्रेनर आदि मौजूद रहे। इससे पहले जिलाधिकारी पुलकित खरे एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित किया। फीता काट कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिलाधिकारी ने बंदियों से कहा कि अपराध की दुनिया से बाहर एक नई जिंदगी जियो और अपने तथा समाज का कल्याण करने में भूमिका निभाए। समाज को एक संदेश के साथ प्रेरित करें कि जिला कारागार (जेल) नहीं, बल्कि सुधार गृह है। इस प्रशिक्षण को प्राप्त कर रोजगार पाएं और उक्त प्रशिक्षण के लिए अपने साथियों को भी जोड़ने का काम करें। कारागार के दौरान उक्त समय का सदुपयोग करें और प्रशिक्षण पूर्ण करने के उपरांत प्रमाण पत्र प्राप्त करें, जिससे सरकार की योजनाओं के माध्यम से ऋण लेकर अपना कोई रोजगार खोलें। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन एवं कारागार प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में बन्दियों के कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षित बन्दी कारागार से रिहा होने के उपरान्त समाज की मुख्यधारा में जोड़कर रोजगार, स्वरोजगार करते हुए अपने परिवार का भरण पोषण करते हुये एक सम्मानित नागरिक बन सकें।