मथुरा। नगला रामताल स्थित कृष्ण कुटीर महिला आश्रय सदन में करीब तीन दर्जन वृद्ध माताएं डिहाइड्रेशन एवं फूड प्वाइजनिंग की शिकार होने से बीमार हो गईं। उन्हें इलाज को जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। कृष्ण कुटीर महिला आश्रय सदन का संचालन फिलहाल एक स्वयंसेवी संस्था सामाजिक शिक्षा उन्नयन संस्थान द्वारा किया जा रहा है। इनका इलाज सदन में संचालित हेल्पेज इंडिया के चिकित्सालय में किया गया। जब उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ तो उन्हें जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां करीब 20 माताओं को स्वास्थ्य लाभ मिलने पर सदन वापस भेज दिया गया। जबकि 22 माताओं का अभी भी इलाज चल रहा है। वहीं पिछले 2 दिन में 3 माताओं की मौत हो गई है, जिसमें मध्यप्रदेश निवासी कौशल्या (70) की मौत डायरिया के चलते तथा राजस्थान निवासी जसकंवर (75) और मध्य प्रदेश निवासी सावित्री (80) की मौत दिल की बीमारी व अन्य संक्रमण से बताई जा रही है। रविवार को खाद्य एवं औषधि सुरक्षा विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर डा. गौरीशंकर के नेतृत्व में पहुंची टीम ने पीने के लिए आने वाले आरओ व नगर निगम के टैंकर के पानी, खिचड़ी एवं आटे की सैंपलिंग की है। साथ ही एसीएमओ डा. भूदेव सिंह के नेतृत्व में पहुंची जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वहां रह रही माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। वहीं अस्पताल में भर्ती माताओं कहना था कि सदन में स्वयंसेवी संस्था द्वारा काम शुरू किए जाने के बाद से उन लोगों को सही खाना-पीना नहीं मिल रहा है। वहीं संस्था के प्रबंधक डा. विपिन त्रिवेदी ने बताया कि मौसम के चलते कुछ माताओं की तबीयत बिगड़ी है, लेकिन अब सुधार हो रहा है। सोमवार को सीएमओ डा.अजय कुमार स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ संयुक्त जिला चिकित्सायल पहुंचे और इलाज करा रहीं वृद्ध माताओं से बात की। संस्था के पदाधिकारियों से भी बात की।