Monday, November 25, 2024
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स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों पर होगी कार्यवाही

⇒परिषदीय स्कूलों में 7 से 31 अगस्त तक चलेगा सघन निरीक्षण अभियान
कानपुर देहात। यूपी के परिषदीय स्कूलों के लापरवाह अध्यापकों को फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है। शुरू हुआ विशेष निरीक्षण अभियान लगातार जारी रहेगा। इसकी तिथि 31 अगस्त 2023 तक बढ़ा दी गई है। समस्त जिला विद्यालय निरीक्षक एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को दिए गए निर्देशों में 7 से 31 अगस्त के बीच निर्धारित विशेष निरीक्षण अभियान को जपदीय अधिकारियों द्वारा महत्व प्रदान करते हुए सुनियोजित एवं प्रभावी ढंग से आयोजित कराने की आवश्यकता पर जोर दिया है। साथ ही अभियान की प्रगति की सूचना नियमित रूप से राज्य परियोजना कार्यालय के साथ-साथ मध्यान्ह भोजन प्राधिकरण कार्यालय को उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया गया है। इससे पूर्व भी विद्यालयों के निरीक्षण की कार्यवाही की गई है। प्रेरणा निरीक्षण मॉडयूल से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार माह जुलाई 2023 में जनपद, विकास खंड स्तरीय टास्क फोर्स, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों, समस्त जिला समन्वयकों, एआरपी एवं एसआरजी तथा डायट मेंटर्स द्वारा 169414 विद्यालयों का निरीक्षण किया गया है जो सराहनीय है। निरीक्षण में इन बिन्दुओं पर दिया जाएगा ध्यानदृ विद्यालय में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता बालक/बालिकाओं के लिए अलग अलग क्रियाशील शौचालय की उपलब्धता कायाकल्प के अन्तर्गत 19 पैरामीटर संतृप्त है अथवा नहीं मध्यान्ह भोजन उचित व्यवस्था के साथ बच्चों को वितरित किया जा रहा है कि नहीं प्रत्येक सोमवार को फल तथा प्रत्येक बुधवार को दूध वितरित किया जा रहा है अथवा नहीं एमडीएम रजिस्टर में दर्ज कुल छात्र-छात्राओं की संख्या निरीक्षण के दिन मध्यान्ह भोजन ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या विगत 3 दिनों में मध्यान्ह भोजन ग्रहण करने वाले कुल छात्र-छात्राओं की संख्या विद्यालय में तैनात शिक्षक, शिक्षामित्र तथा अनुदेशक की संख्या अनुपस्थित शिक्षक, शिक्षामित्र तथा अनुदेशक का विवरण विद्यालय में नामांकित कुल छात्र-छात्राओं की संख्या नामांकन के सापेक्ष उपस्थित छात्र- छात्राओं की संख्या शिक्षकों द्वारा एआरपी/एसआरजी से गुणवत्तायुक्त फीडबैक एवं अकादमिक सपोर्ट के संबंध में संवाद किया जा रहा है अथवा नहीं निरीक्षण के फलस्वरूप निरीक्षण आख्या में निरीक्षणकर्ता द्वारा अपना आंकलन उपलब्ध कराया जाए कि निरीक्षित विद्यालय कब तक निपुण विद्यालय की श्रेणी में आ सकता है।