⇒आजमगढ की घटना में जेल भेजे गए शिक्षकों एवं प्रिसिंपल को निर्दोष बताते हुए जल्द रिहा करने की मांग की
फिरोजाबाद। आजमगढ़ में एक स्कूली छात्रा की मौत के मामले में प्रबंधन एवं प्रधानाचार्य पर कार्रवाई के विरोध में मंगलवार को जनपद के सभी प्राइवेट स्कूल बंद रहे। प्राइवेट स्कूल संचालको ने एकजुट का परिचय देते हुए काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला। साथ ही मुख्यमंत्री के नाम संबोधित एक ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपते हुए उक्त प्रकरण जांच कराकर सभी निर्दोष लोगों को रिहा करने की मांग की। मंगलवार को प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के आवाहान पर जिले भर के स्कूल बंद रहे। सुबह सात बजे स्कूल संचालक किड्स कॉर्नर हैप्पी सीनियर सेकंडरी स्कूल में एकत्रित हुए। प्राइवेट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ मयंक भटनागर के नेतृत्व में शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं संचालकों ने काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला। मौन जुलूस में शिक्षक-शिक्षिकाऐं हाथों पर तख्तियां लेकर चल रहे थे। छात्रा की मौत के मामले में स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई को गलत बताया गया। स्कूल संचालकों ने गांधी पार्क चौराहे से लेकर सुभाष तिराहे पर जुलूस निकाला। मौन जुलूस का समापन सुभाष चौक पर किया गया। प्राइवेट एसोसिएशन के बैनर तले स्कूल संचालको ने मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा। जिसमें आजमगढ़ की घटना में जेल भेजे गए शिक्षकों एवं प्रिसिंपल को निर्दोष बताते हुए जल्द रिहा करने की मांग की। डॉ मयंक भटनागर ने कहा कि शिक्षक भी पालनहार है। हमें भी बच्चों से प्यार है। स्कूल संचालक पीड़ित परिवार के साथ है। यह घटना दुखद है। लेकिन पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच करें, ताकि निर्दोष लोगों को न्याय मिल सके।