मथुराः श्याम बिहारी भार्गव। रजिस्ट्री कार्यालय के स्थानांतरण की भनक लगते हैं संबंधित दस्तावेज लेखक और अधिवक्ता बेचैन हो उठे हैं। मथुरा सिविल लाइन इलाके में स्थित रजिस्ट्री कार्यालय 1915 में तत्कालीन कलेक्टर डैंपियर द्वारा बनवाया गया था। पांच अगस्त को उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद कार्यालय में हुई बैठक में जिलाधिकारी द्वारा रजिस्ट्री कार्यालय के स्थानांतरण के संबंध में निर्णय लिया गया था। जिसकी भनक लगने के बाद गुरुवार को दस्तावेज लेखक व अधिवक्ताओं ने वर्तमान रजिस्ट्री कार्यालय पर प्रदर्शन शुरू करा दिया। मथुरा सिविल लाइन क्षेत्र में कचहरी के पास स्थित रजिस्ट्री कार्यालय पर हड़ताल की गई। यहां से जुड़े दस्तावेज लेखक, स्टांप वेंडर ने काम बंद कर दिया और रजिस्ट्री कार्यालय में धरने पर बैठ गए। यह लोग कार्यालय को स्थानांतरण करने का विरोध कर रहे हैं। कार्यालय स्थानांतरण न करने की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे लोगों ने डीएम को पत्र सौंपा। इस दौरान जिलाधिकारी व अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के सामने अपने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि वर्तमान कार्यालय के पास निष्प्रयोज्य लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में कार्यालय का स्थानांतरण कर दिया जाये तथा खाली भूमि पर सभी दस्तावेज लेखकों व रजिस्ट्री ऑफिस के अधिवक्ताओं के लिए चौम्बर का निर्माण किया जाये। अगर उनका प्रस्ताव नहीं माना जाता है तो सदर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रजिस्ट्री कार्यालय पर बैठने वाले अधिवक्ता, स्टांप वेंडर, दस्तावेज लेखक, फोटोग्राफर एवं अन्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल पर चले जाएंगे। धरना दे रहे लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन इस मामले में उनसे वार्ता नहीं करता तब तक यह धरना प्रदर्शन अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा।