लखनऊ। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को रचनात्मक कार्यक्रमों से जोड़ने का अभियान चल रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग स्तर पर अनेक प्रयास प्रारम्भ किए गए हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले मेधावी विद्यार्थियों के लिए प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ अभियान का शुभारम्भ करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर, मुख्यमन्त्री ने उपस्थित युवाओं को नशा मुक्ति हेतु शपथ दिलायी। उन्हांेने ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ के लिए हस्ताक्षर अभियान का शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य के युवाओं को ‘नशा मुक्त प्रदेश, सशक्त प्रदेश’ के संकल्प के साथ जुड़ने के लिए आगे आना होगा। संयुक्त राष्ट्र की आमसभा द्वारा 17 दिसंबर 1999 को 12 अगस्त की तिथि अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मान्य की गई। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इस तिथि को मान्यता मिलने के पश्चात दुनिया भर के युवा यूनिसेफ के साथ मिलकर प्रतिवर्ष एक नई थीम के साथ इस अभियान का हिस्सा बनते हैं। अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस-2023 की थीम ‘ग्रीन स्किल्स फॉर यूथः टुवर्ड्स अ सस्टेनबल वर्ल्ड’ है।यूनिसेफ प्रदेश में अनेक कार्यक्रमों के साथ जुड़ा हुआ है। कई बीमारियां वर्षों से हमारे युवाओं और बच्चों को निगल जाती थी। यूनिसेफ और पाथ जैसी संस्थाओं ने केन्द्र और राज्य सरकार के साथ बेहतर समन्वय बनाकर कार्य किया परिणामस्वरूप राज्य से इंसेफेलाइटिस बीमारी पूरी तरह समाप्त हो चुकी है। वर्ष 2017 से पूर्व इस बीमारी से हजारों बच्चों की असमय मृत्यु हो जाती थी, अब इस समस्या का समाधान किया जा चुका है। इंसेफलाइटिस बीमारी के विरु( सरकार का यह कार्यक्रम यदि सफलता प्राप्त कर सकता है, तो मनुष्य स्वयं की आदतों के कारण जो बीमारी पैदा करता है, उसका समाधान क्यों नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि जब युवा वर्ग नशे का आदी हो जाएगा, तो वह समाज में क्या योगदान दे पाएगा क्योंकि नशा अन्दर ही अन्दर व्यक्ति को खोखला कर देता है और व्यक्ति किसी लायक नहीं रहता। नशा नाश और जवानी को समाप्त करने का कारण है। इससे दूर रहकर स्वस्थ चिंतन को बढ़ावा देना चाहिए। बहुत सारे लोग खैनी खाते हैं। खैनी का दातों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। जो पदार्थ दांतों का रंग बदलकर उनको नष्ट कर देता है, उसका फेफड़े, खाने की नली और आमाशय पर क्या असर पड़ता होगा आप सहज अनुमान लगा सकते हैं। हम नशे से जितना दूर रहेंगे हमारी क्वालिटी आप लाइफ उतनी ही बेहतर होगी। इसलिए हम सभी को इस अभियान से जुड़ना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दुनिया में सर्वाधिक युवा भारत में हैं। एक मान्यता के अनुसार युवाओं की 60 से 65 करोड़ जनसंख्या भारत में निवास करती है। 15 वर्ष से 55 वर्ष तक आयु की जनसंख्या को युवा की श्रेणी में रखा जाता है। उत्तर प्रदेश में लगभग 9 करोड़ युवा आबादी है। इन 9 करोड़ युवाओं के सपने को एक नई उड़ान देनी है। इनके सपनों का प्रदेश बनाना है तो उन्हें इस अभियान से जोड़ना ही होगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश का युवा कल्याण विभाग यूनिसेफ के साथ मिलकर व्यापक जन जागरूकता का कार्यक्रम चल रहा है।
युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए उनका स्किल डेवलपमेंट किया जा रहा है, ताकि प्रदेश और देश आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। प्रदेश के छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जा रही है। अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के लिए कोचिंग की विशेष व्यवस्था भी की गई है। प्रदेश के दो करोड़ युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन के जरिए ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युवाओं में खेलकूद के प्रति रचनात्मक भावना पैदा करने के लिए प्रत्येक गांव में खेल का मैदान, ब्लॉक स्तर पर एक मिनी स्टेडियम, प्रत्येक जनपद में एक स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश मंे ओलम्पिक गेम्स में पदक विजेता खिलाड़ियों को एकल वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर 06 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक पर 02 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। टीम गेम्स में स्वर्ण पदक पर 03 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक प्राप्त करने पर 01 करोड़ रुपये पुरस्कार स्वरूप दिये जाने की व्यवस्था है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने स्टेडियम में उपस्थित युवा शक्ति को नशा मुक्ति हेतु शपथ दिलाते हुए कहा कि ‘हम आज नशा मुक्त प्रदेश अभियान के अन्तर्गत एकजुट होकर प्रतिज्ञा करते हैं कि न केवल स्वयं को बल्कि समुदाय, परिवार,मित्र को भी नशा मुक्त कराएंगे। हम अपने प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार हर संभव प्रयास करेंगे’। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने नशा मुक्ति हेतु हस्ताक्षर अभियान में अपने हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, यूनिसेफ के चीफ ऑफ फील्ड ऑफिस जकरी एडम, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव खेल और
युवा कल्याण सुहास एल0वाई0, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, युवा व महिला मंगल दल के सदस्य व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।