ऊंचाहार, रायबरेली। पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के चलते पिछले कुछ दिनों से गंगा का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिसके कारण गोकना घाट पर भी जलस्तर बढ़ा हुआ है। यहां जल से ओतप्रोत गंगा की जलधारा का मनमोहक नजारा देखते ही बन रहा है। जलस्तर बढ़ने से सीढ़ियों के ऊपर स्थापित भगवान भोलेनाथ मंदिर तक पानी पहुंच गया। यहां लोगों में मान्यता है कि घाट पर स्थापित यह शिवलिंग यदि जल से डूब गया तो प्रयागराज को डूबने से कोई नहीं बचा पाएगा। लेकिन इसमें कितनी सच्चाई है, इसपर कोई कुछ नहीं बोल रहा है? हालांकि अभी इसका आधा से कम भाग ही पानी से घिरा है। घाट के पुरोहित एवं मां गंगा गोकर्ण जनकल्याण सेवा समिति के सचिव पं. जितेंद्र द्विवेदी ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में भारी बरसात के चलते पिछले कुछ दिनों से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। शुक्रवार को घाट पर बढ़ी जलधारा ने सभी सीढ़ियों को डुबो दिया है। सीढ़ियों से ऊपर स्थापित शिवलिंग के अर्घ्य के चारों ओर जल भर गया है। स्नानार्थियों को जलधारा के समीप बैठकर स्नान करने की सलाह दी जा रही है। क्योंकि तेज धारा व सीढ़ियों की काई से फिसलन की संभावना बढ़ गई है। हालांकि अभी गंगा किनारे के खेतों में बोई गई फसल को कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन इसी तरह जल स्तर बढ़ता रहा तो फसलों को नुकसान हो सकता है। प्रशासन भी स्थानीय निवासियों को सचेत कर रहा है।