मथुरा। ओवर बिलिंग और अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। एक ओर तमाम लोगों के एकाएक बिल बढ कर आ रहे हैं वहीं बिजली भी नहीं मिल रही है। भारतीय किसान यूनियन चढूनी ने बिजली विभाग के खिलाफ बडे आंदोलन का ऐलान किया है। किसान संगठन के नेताओं का कहना है कि जनपद वासियों का हाल बेहाल है। अघोषित कटौती ने आम आदमी को रुला कर रख दिया है। भाकियू चढूनी के मंडल अध्यक्ष रामवीर सिंह तोमर ने कहा कि जनपद में पूरी साल ओवर बिलिंग, आए दिन फॉल्ट, अघोषित कटौती आम आदमी के लिए सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी है। बिजली अधिकारी एसी में बैठकर आम आदमी की पीड़ा को नहीं समझना चाहते। परेशान लोग विद्युत विभाग के कार्यालयों के चक्कर लगाकर थक जाते हैं लेकिन उनके काम नहीं हो पा रहे हैं। विद्युत विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। लोग बिजली के मीटर की ओर देखकर डरने लगे हैं। अधिकारी आम लोगों के प्रति संवेदनशील नहीं हैं। उन्होने कहा कि भाकियू चढूनी बिजली विभाग के खिलाफ बडा आंदोलन करेगी। बड़े आधिकारियों का घेराव किया जायेगा। जिला अध्यक्ष रामफल सिंह, प्रेम सिंह सिकरवार, डा रमेश चंद्र सिकरवार, महानगर अध्यक्ष रामकुमार, जगदीश निषाद ने कहा कि बिजली गुल होने के बाद जेई एसडीओ सियूजी फोन तक नहीं उठाते, कभी फोन उठा भी लें तो लोगों से ढंग से बात नहीं करते हैं।
लोगों की समस्याओं का समाधान करने की इनकी मंशा नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की अघोषित कटौती से ग्रामीणों में सरकार के प्रति रोष व्याप्त है। बिजली विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लिए बनाए गए शेड्यूल के अनुसार भी बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। सेनापति कुंतल ने कहा कि बिजली पर निर्भर दुकानदारों में बिजली निगम के प्रति खासा गुस्सा व्याप्त है। अघोषित बिजली कटौती ने पेयजल आपूर्ति को भी बिगाड़ दिया है। महानगर प्रभारी जयपाल सिंह चौधरी, सलाहकार श्यामपल सिंह, प्रताप सिंह प्रधान, मानसिंह उर्फ भुल्ली, डा सतीश चन्द्र, चरण सिंह पवार, हरिपाल सिंह परिहार, लक्ष्मण सिंह चौधरी, हीरा सिंह चौधरी, संदीप कुमार, पुष्पेंद्र सिंह चौधरी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर रोष जताया है।