Monday, November 25, 2024
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पांच राज्यों में चुनावी बिगुल, विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान

⇒मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान
नई दिल्लीः राजीव रंजन नाग। केंद्रीय चुनाव आयोग ने 2024 लोकसभा के लिए मंच तैयार करते हुए सोमवार को कहा कि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में 7-30 नवंबर तक अलग-अलग दिनों में मतदान होगा। 3 दिसंबर को पांच राज्यों के लिए वोटों की गिनती की जाएगी। सबसे पहले मिजोरम में 7 नवंबर को मतदान होगा, इसके बाद मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा। छत्तीसगढ़ में 2 चरणों 7 नवंबर और 17 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं, 23 नवंबर को राजस्थान और 30 नवंबर को तेलंगाना में वोट डाले जाएंगे. सभी 5 राज्यों में नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे। आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को अपने केस की जानकारी देनी होगी. बुजुर्ग मतदाता घर से ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। बुजुर्ग मतदाता घर से वोट डाल सकेंगे। 60 लाख युवा मतदाता पहली बार मतदान में हिस्सा लेंगे। कोई भी मतदान केंद्र 2 किमी से ज्यादा दूरी पर नहीं होगा। आदिवासियों के लिए अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। चुनाव आयोग ने सभी देसवासियों से बढ़-चढ़कर मतदान करने की अपील की है। 31 अक्टूबर तक पार्टियों को चंदे की जानकारी देनी होगी, तभी इनकम टैक्स में छूट मिलेगी।
निर्वाचन आयोग ने सोमवार को पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया। मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए एक चरण में क्रमशः 17 नवंबर, 23 नवंबर, 30 नवंबर और सात नवंबर को मतदान होगा जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में सात और 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इन पांचों राज्यों में तीन दिसंबर को मतगणना होगी। कुमार ने कहा कि पहली बार विधानसभा चुनावों के लिए एक नयी चुनाव जब्ती प्रबंधन प्रणाली शुरू की जा रही है ताकि प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए निगरानी बढ़ाई जा सके। अंतरराज्यीय सीमाओं पर कड़ी निगरानी और अवैध शराब, नकदी, मुफ्त सामान और ड्रग्स के प्रवाह को रोकने के लिए कुल 940 चेकपोस्ट बनाए गए हैं। सीईसी ने कहा कि धनबल के इस्तेमाल को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और संदिग्ध ऑनलाइन नकद हस्तांतरण पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सत्ता में है, वहीं मध्य प्रदेश में बीजेपी, तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति और मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) की सरकार है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि इन पांच राज्यों में 1.77 लाख मतदान केंद्र होंगे, जिनमें से 1.01 लाख में वेबकास्टिंग की सुविधा होगी। 8,000 से अधिक मतदान केंद्रों का प्रबंधन महिलाएं करेंगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार के अनुसार लगभग 16 करोड़ मतदाता इन चुनावों में वोट डालने के पात्र होंगे। इन चुनावों को प्रलोभन मुक्त बनाने के लिए मजबूत उपाय किए जायेंगे। चुनावों की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए पूरे प्रयास किए गए हैं। पांचों राज्यों के मतदाताओं विशेषकर युवाओं, महिलाओं एवं शहरी मतदाताओं का आह्वान किया कि वे मतदान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। सीईसी राजीव कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इन चुनावों में करीब 16 करोड़ मतदाता मतदान करने के पात्र होंगे। सात नवंबर को छत्तीसगढ़ की 20 सीटों के लिए पहले चरण के मतदान होगा। छत्तीसगढ़ की शेष 70 सीटों के लिए मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों के साथ 17 नवंबर को मतदान होगा। मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी। आयोग के मुताबिक मध्य प्रदेश चुनाव के लिए अधिसूचना 21 अक्टूबर को जारी होगी और नामांकन की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर होगी। नामांकन पत्रों की जांच 31 अक्टूबर को की जाएगी और नाम वापस लेने की अंतिम तारीख दो नवंबर होगी।
“राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 23 नवंबर को होगा। आयोग ने कहा कि सभी पांच राज्यों में मतगणना तीन दिसंबर को होगी। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले देश में ये विधानसभा चुनावों की आखिरी श्रृंखला होगी।
इन चुनावी राज्यों में कुल 679 विधानसभा क्षेत्रों में 16.14 करोड़ मतदाता हैं जिनमें करीब 8.2 करोड़ पुरुष मतदाता और 7.8 करोड़ महिला मतदाता हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त के अनुसार, इन पांच राज्यों में 60 लाख से अधिक मतदाता 18 से 19 साल के आयु वर्ग के हैं जो पहली बार मतदान करेंगे। कुमार ने कहा कि इन पांच राज्यों में 1.77 लाख मतदान केंद्र होंगे, जिनमें से 1.01 लाख में वेबकास्टिंग की सुविधा होगी।
राजीव कुमार ने कहा, ‘‘हम छह महीने के अंतराल के बाद यहां एकत्र हुए हैं. ये चुनाव देश के लिए महत्वपूर्ण हैं और इसके बाद हम लोकसभा चुनाव की घोषणा के लिए मिलेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों की तैयारी के दौरान राजनीतिक दलों और प्रवर्तन एजेंसियों सहित सभी हितधारकों से मुलाकात की है।’’ सीईसी ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची को समावेशी बनाने पर विशेष जोर दिया है और ध्यान ‘रोल-टू-पोल’ या यह सुनिश्चित करने पर भी होगा कि सभी मतदाता मतदान करने के लिए आएं।
इस बीच, चुनाव की घोषणा के बाद का्ंग्रेस अध्यक्ष खरगे ने ट्वीट किया कि 5 राज्यों के चुनावों की घोषणा के साथ भाजपा और उसके साथियों की विदाई का भी उद्घोष हो गया है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में कांग्रेस पार्टी मज़बूती के साथ जनता के पास जाएगी।
मध्य प्रदेश
साल 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीती थीं और गठबंधन सरकार बनाई थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस चुनाव में 109 सीटें जीती थीं। कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में विधायकों के एक गुट के विद्रोह के चलते कमलनाथ अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और मार्च 2020 में उनके नेतृत्व वाली सरकार गिर गई। सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से बाद में भाजपा सत्ता में लौटी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने। मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा ने अब तक तीन अलग-अलग सूचियों में 79 उम्मीदवारों की घोषणा की है और अब तक तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित कई सांसदों को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने अब तक उम्मीदवारों की कोई सूची जारी नहीं की है।
मध्य प्रदेश में अब तक मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच रहा है। बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी के साथ क्षेत्रीय दल गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी का भी प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में प्रभाव है। इस बार के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी ताल ठोंकने को तैयार है और उसने अब तक 39 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के दो प्रमुख सदस्य आप और कांग्रेस ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वे मप्र चुनाव में गठबंधन सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ेंगे या नहीं।
तेलंगाना
तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 30 नवंबर को मतदान होगा तथा तीन दिसंबर को मतगणना होगी. राज्य विधानसभा चुनाव के लिए तीन नवंबर को अधिसूचना जारी होगी तथा 10 नवंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। तेलंगाना में नामांकन पत्रों की छानबीन 13 नवंबर को की जाएगी तथा 15 नवंबर तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। राजीव कुमार ने बताया कि तेलंगाना में सभी 119 विधानसभा सीटों के लिए 30 नवंबर को मतदान होगा और तीन दिसंबर को मतगणना होगी. तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी उसे चुनौती देने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य में 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में बीआरएस (तत्कालीन टीआरएस) ने 88 सीटें जीतकर अपनी सत्ता बरकरार रखी थी। कांग्रेस को 19, एआईएमआईएम को सात सीटें हासिल हुई थीं। भाजपा को सिर्फ एक सीट से संतोष करना पड़ा था।
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 5 राज्यों के चुनावों की घोषणा के साथ भाजपा और उसके साथियों की विदाई का भी उद्घोष हो गया है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में कांग्रेस पार्टी मजबूती से जनता के पास जाएगी। जन-कल्याण, सामाजिक न्याय और प्रगतिशील विकास ही कांग्रेस पार्टी की गारन्टी है। सीईसी राजीव कुमार ने बताया, 17 अक्टूबर से वोटर लिस्ट जारी की जाएगी। 17 अक्टूबर से 30 नवंबर तक किसी को भी वोटर लिस्ट से संबंधित कोई भी बदलाव कराना है, करा सकता है. ये बीएलओ के जरिए या फिर सीधे वेबसाइट के जरिए करा सकते हैं। इन 5 राज्यों में 1.77 लाख पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे. पोलिंग बूथ 2 किलोमीटर से दूर नहीं होगा।
मिजोरम
मिजोरम का कार्यकाल दिसंबर 2023 में खत्म हो रहा है। बाकी राज्यों का कार्यकाल जनवरी 2024 में कार्यकाल खत्म हो रहा है। इन 5 राज्यों में 679 विधानसभा सीटें हैं। इन राज्यों में 16.14 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं। इनमें से 8.2 करोड़ मेल और 7.8 करोड़ फीमेल वोटर हैं। इन राज्यों में 60.2 लाख ऐसे वोटर हैं, जो पहली बार वोट करेंगे। 40 सीटों वाले मिजोरम में भी इस साल के अंत में चुनाव होना है। मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर 2023 को खत्म होने वाला है। राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था, जिसमें मिजो नेशनल फ्रंट ने जीत हासिल की थी और राज्य में सरकार बनाई थी, तब जोरमथांगा मुख्यमंत्री बने थे।
छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ की 90 सीटों पर भी इस साल के अंत में ही चुनाव होने हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी 2024 को खत्म होगा। पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2018 में हुआ था। इस चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी और भूपेश बघेल राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।
राजस्थान
राजस्थान में विधानसभा का कार्यकाल 14 जनवरी 2024 को खत्म होने वाला है। राज्य की 200 सीटों पर नवंबर 2023 में मतदान हो सकता है। 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाई थी और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने थे।

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