मथुरा। मंगलवार को ’विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस’ के अवसर पर जिला संयुक्त चिकित्सालय वृन्दावन, मथुरा में एक वृहद शिविर का आयोजन किया गया। उक्त वृहद विधिक साक्षरता शिविर की मुख्य अतिथि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा की सचिव श्रीमती नीरू शर्मा रही। उक्त शिविर में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 अजय कुमार वर्मा, नोडल अधिकारी डॉ0 अशोक कुमार (एसीएमओ), डॉ0 देवेंद्र प्रकाश (सीएमएस), डॉ0 सागर लवानिया (सैकेट्रिक्स), डॉ0 आलोक शर्मा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पराविधिक स्वयंसेवक उमाशंकर शर्मा सहित आम जनमानस उपस्थित रहे। शिविर का संचालन दिव्या चौहान द्वारा किया गया। उक्त शिविर में नोडल अधिकारी डॉ0 अशोक कुमार, डॉ0 देवेंद्र प्रकाश तथा डॉ0 सागर लवानिया द्वारा मानसिक रोगों का परिचय देते हुए उनके लक्षणों पर प्रकाश डाला गया तथा उनके रोकथाम एवम उपचारों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
तदोपरांत शिविर के आयोजक मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा द्वारा उपस्थित जनमानस को मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर जागरूक करते हुए बताया कि इन दिनों खराब लाइफस्टाइल, लगातार बिगड़ी खानपान की शैली और बढ़ती मसरूफियत के कारण स्वास्थ्य संबंधित कई दिक्कते बहुत आम हो गई हैं। जिनमें से मेंटल हेल्थ की खराबी, एंग्जायटी, डिप्रेशन आदि बहुत तेजी से अपने पाव पसार रही हैं। लेकिन अब समस्या ये है कि देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में भी मानसिक स्वास्थ्य को इतना महत्व नहीं दिया जाता है। स्ट्रेस, डर, नींद की कमी, डिप्रेशन, तनाव को लोग बहुत हल्के में लेने लगते हैं, जो समय रहते ठीक नहीं होने पर बहुत घातक हो सकता है। इन्ही परिणामों से बचने के लिए हर साल विश्व भर में 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है जिसका उद्देश्य दुनिया के कोने कोने में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझाना है। आज भी कई ऐसे लोग हैं जो एंग्जायटी, डिप्रेशन, तनाव को बहुत हद तक नजरअंदाज कर देते हैं। विश्व भर में 10 अक्टूबर के दिन मेंटल हेल्थ से जुड़े कार्यक्रम, सेमिनार, कैंपेन आदि आयोजित किए जाते हैं। जिनसे कई लोगों को बहुत फायदा भी पहुंचा है। उक्त शिविर के समापन पर सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शिविर में उपस्थित जनमानस को मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम है जो हर साल 10 अक्टूबर को जागरूकता पैदा करने और समाज में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को मानसिक बीमारी के बारे में शिक्षित करना और दुनिया भर के लोगों को इसका समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित करना और मानसिक स्वास्थ्य का समर्थन करने के लिए जीवन के सभी पहलुओं में एक स्वस्थ वातावरण स्थापित करना है। इस वर्ष 2023, विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम ष्मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानव अधिकारष् है, जो दुनिया भर में हर किसी के लिए जागरूकता पैदा करने, ज्ञान में सुधार करने, एक सार्वभौमिक मानव अधिकार के रूप में सभी के मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और सुरक्षित रखने वाले कार्यों को चलाने के लिए एक अनुस्मारक कॉल है। शिविर के अंत में सचिव व मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा उपस्थित डॉक्टरों एवम जनमानस का आभार व्यक्त किया।