चकिया, चन्दौली। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने शुक्रवार को बढ़ती महंगाई के खिलाफ जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और गांधी पार्क में एक सभा की। सभा में बिजली बिल, ग्रामीण आवास, मनरेगा, राशन कार्ड में हो रही गड़बड़ी सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं को लेकर बातें रखी गई। सभा को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि रिकॉर्ड तोड़ महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है, एक आम नागरिक की कमाई का अधिकांश हिस्सा खाने पर खर्च हो जाता है और जीवन की अन्य बुनियादी जरूरतों पढ़ाई, दवाई या कपड़े के लिए कुछ बचता ही नहीं है। हमारी थाली से दिन प्रतिदिन सब्जियां दालें धीरे-धीरे गायब हो रही है या उनकी मात्रा घट रही है, पिछले 5 सालों में हमारी थाली की कीमत 71% बढ़ गई है, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों या बेरोजगारी की मार झेल रहे परिवारों के लिए तो दो वक्त का खाना भी मुश्किल हो रहा है। यह कितना दुखद और शर्मनाक है कि महंगई होती सब्जियों या खाद्य वस्तुओं का लाभ उसको पैदा करने वाले किसानों को ना मिलकर जमाखोरों व कालाबाजारी करने वालों की तिजोरी में जा रहा है। महंगाई बढ़ने का एक मुख्य कारण पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि भी है किंतु सवाल है कि जब दुनिया के बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 18% की गिरावट हुई तब यहां क्यों दाम नहीं घटे? 2014 से अब तक मोदी सरकार ने पेट्रोलियम उत्पादों पर टैक्स लगाकर 26.74 लाख करोड रुपए जुटाए हैं। वक्ताओं ने कहा कि खाद्य वस्तुओं के अतिरिक्त जनता की बुनियादी जरूरत मेडिकल, इक्विपमेंट दवाइयों पर जीएसटी लगने से उसके दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। शिक्षा जैसे बुनियादी अधिकार को फीस बढ़ाकर छीना जा रहा है, आसमान छुती महंगाई ने हमारे देश को दुनिया के भूखे देशों की सूची में शामिल कर दिया है और आज भारत 127 देशों की सूची में 112 वें नंबर पर है। बता दें की सभा से पहले पार्टी की महिलाओं ने जुलूस निकालकर तहसीलदार को मांग पत्र सौंपा। इस मौके पर अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की प्रांतीय अध्यक्ष मधु गर्ग, जिला अध्यक्ष लालमनी देवी, शिव कुमारी, श्याम प्यारी देवी, प्रभावती देवी, कलावती देवी, चंद्रावती देवी सहित सैकड़ों महिलाएं मौजूद रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता मधुबाला देवी ने किया।